उदयपुर. झीलों की नगरी उदयपुर में पर्यटन विभाग एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय मेवाड़ महोत्सव के दूसरे दिन गणगौर घाट पर सांस्कृतिक संध्या व विदेशी युगल की राजस्थानी वेशभूषा प्रतियोगिता का आयोजन हुआ.
विदेशी युगल की राजस्थानी वेशभूषा प्रतियोगिता में पर्यटकों ने भाग लिया और रंग-बिरंगी आकर्षक वेशभूषा में उपस्थित होकर आयोजन में मौजूद दर्शकों का दिल जीता. वहीं सांस्कृतिक संध्या के दौरान झील किनारे लोक कलाकारों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने सभी को मंत्रमुग्ध किया और तालियां बटोरी. इसमें जैसलमेर के प्रसिद्ध लंगा मांगणियार एवं सहरिया समेत अन्य कलाकारों द्वारा प्रस्तुत दी गई. सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने शाम को यादगार बना दिया. कार्यक्रम का संचालन ऋचा पानेरी और सवी मालू ने किया.
पढ़ें: सिर पर ईसर-गणगौर को उठाकर गणगौर घाट पर पहुंचीं महिलाएं, निकाली गई शाही सवारी - Gangaur 2024
आयोजन में इस वर्ष अभिनव पहल के तहत विशेष योग्यजन एवं आर्थिक रूप से अशक्त विशिष्ट प्रतिभा रखने वाले बच्चों को भी मंच प्रदान किया गया. इसके तहत प्रस्तुति देने वाले बालक-बालिकाओं को पर्यटन व्यवसाय से जुड़े संस्थानों द्वारा प्रायोजित पुरस्कार प्रदान किए गए. इसमें मुकुल जोशी (गायक) को ट्रैवल ट्रेड एसोसिएशन की तरफ से गिफ्ट हैम्पर, तीन बालिकाओं विसना कुमारी, टेमी कुमारी, टीपू कुमारी (नृत्य) को दक्षिण राजस्थान होटल संस्थान की ओर से गिफ्ट हैम्पर, नितेश लौहार (स्केच वर्क) को यूनाइटेड होटलियर्स ऑफ उदयपुर की तरफ से गिफ्ट हैम्पर, शनि धानुक (स्केच वर्क) को होटल एसोसिएशन की तरफ से गिफ्ट हैम्पर प्रदान किया गया.
पढ़ें: राजसी ठाठ और शान-ओ-शौकत से निकली ईसर-गणगौर की शाही सवारी - Gangaur In Kuchaman City
अव्वल रही राजमाली समाज की गणगौर: मेवाड़ महोत्सव के दौरान घंटाघर से गणगौर घाट तक निकली विभिन्न समाज की ओर से गणगौर सवारी में प्रथम स्थान राजमाली समाज की गणगौर ने प्राप्त किया. जिन्हें पुरस्कार के रूप में 50 हजार की राशि प्रदान की गई. द्वितीय स्थान पर रहे काहर भोई समाज को 25 हजार तथा तीसरे स्थान पर मारू कुमावत समाज की गणगौर को 15 रुपए का पुरस्कार प्रदान किया गया.