बाड़मेर. रविवार को जिले के बाखासर के रण क्षेत्र में 'आपणो रण-आपणो थार' के रूप में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया. सरहदी बाड़मेर जिले को पर्यटन मानचित्र पर उचित स्थान दिलाने और लोक संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम आयोजित हुआ. भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष और शिव से विधानसभा चुनाव लड़ चुके स्वरूपसिंह राठौड़ (खारा) की ओर से हुए इस कार्यक्रम में मारवाड़ की लोक संस्कृति की झलक देखने को मिली.
स्वरूपसिंह राठौड़ ने बताया कि बाड़मेर जिले के पर्यटन स्थल अनूठे हैं. विभिन्न विविधताओं वाले स्थल प्रचार-प्रसार के बिना आमजन की नजरों से दूर है. बाखासर के रण क्षेत्र में इस कार्यक्रम को 'माटी करे पालन तो क्यों करे पलायन' की थीम पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के रूप में आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में सनावड़ा का भव्य गेर नृत्य, कालबेलिया नृत्य, कच्छी घोड़ी नृत्य, भवई नृत्य सहित विभिन्न मारवाड़ की लोक कलाओं की स्थानीय कलाकारों की ओर से सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई. वहीं विशेष रूप से शहनाई और नापत वाद्य यंत्रों की मधुर ध्वनियां बजाई गई.
इसे भी पढ़ें : बाड़मेर की 51 बेटियों को नारी शक्ति अवॉर्ड, बेटियों का सम्मान करना गर्व और गौरव की बात- डॉ. रूमादेवी
सरकारी स्तर पर विशेष पैकेज दिलाने की योजना : बाड़मेर से बाखासर के रण क्षेत्र तक कार-जीप रैली निकाली गई जो आकर्षण का केंद्र रही. कार्यक्रम में जिला मुख्यालय से कार-जीप रैली के रूप में लोग पहुंचे. रविवार को रैली सुबह मल्लीनाथ सर्किल से रवाना होकर चौहटन, धनाऊ, सेड़वा, बाखासर होते हुए रण क्षेत्र में कार्यक्रम स्थल तक पहुंची. इस रैली को संबोधित करते हुए स्वरूपसिंह राठौड़ ने कहा कि इस रैली के आयोजन का उद्देश्य बाड़मेर की पर्यटन संभावनाओं को आमजन से रूबरू करवाना है. इसके साथ ही बाखासर में ड्राई पोर्ट विकसित करने, नमक उद्योग की स्थापना के लिए केंद्र और राज्य स्तर पर प्रयास कर विशेष पैकेज दिलाने की योजना बनाई गई.