रोहित कुमार सोनी, देहरादून: केंद्र और उत्तराखंड सरकार सोलर एनर्जी को बढ़ावा दे रही है. इसके लिए तमाम योजनाओं के तहत सब्सिडी का भी प्रावधान किया गया है. ताकि अधिक से अधिक लोग सोलर एनर्जी का इस्तेमाल करें. जहां एक ओर सरकारी सौर ऊर्जा को बढ़ावा दे रही है, वहीं सोलर एनर्जी से संचालित तमाम प्रोडक्ट्स भी तेजी से मार्केट में आ रहे हैं. उत्तराखंड में पहली बार आयोजित सौर कौथिग में सौर ऊर्जा से चलने वाले इनडोर सोलर कुकिंग सिस्टम 'सूर्य नूतन' काफी चर्चाओं का विषय रहा. इस कुकिंग सिस्टम की खास बात ये है कि बिना गैस के सिर्फ सौर ऊर्जा से ही खाना बनाया जा सकता है. वहीं सोलर कुकिंग सिस्टम का खर्च रसोई गैस सिलेंडर से कम पड़ेगा.
सोलर एनर्जी से बनेगा खाना: वर्तमान समय में गैस के अलावा विद्युत ऊर्जा भी एक बड़ा साधन है. जिसके जरिए खाना बनाया जा सकता है, क्योंकि बिजली से चलने वाले तमाम प्रोडक्ट्स मार्केट में उपलब्ध हैं. लेकिन बिजली से चलने वाले उपकरण का इस्तेमाल करने पर काफी अधिक बिजली खर्च होती है. जिसके चलते अब मार्केट में सौर ऊर्जा से चलने वाले तमाम प्रोडक्ट्स पर जोर दिया जा रहा है. इसी क्रम में इंडियन ऑयल कंपनी ने एक ऐसा कुकिंग सिस्टम तैयार किया है, जो सोलर एनर्जी से चलेगा यानी इस कुकिंग सिस्टम के जरिए आसानी से खाना बनाया जा सकता है. इसके लिए किसी स्पेशल बर्तन की जरूरत नहीं होगी.
स्पेशल बर्तन की जरूर: 'सूर्य नूतन' इनडोर सोलर कुकिंग सिस्टम की जानकारी देते हुए विक्रेता कीर्तिवाश उनियाल ने बताया कि कुकिंग सिस्टम के लिए सोलर पैनल को छत पर लगाया जाता है और इस कुकिंग सिस्टम को इनडोर कहीं भी किचन में लगवा सकते हैं. करीब 4 घंटे में कुकिंग सिस्टम में लगी बैटरी चार्ज हो जाती है, जिससे तीन टाइम का खाना आसानी से बनाया जा सकता है. जब इस सिस्टम की बैटरी डाउन होगी तो ऑटोमेटिक पैनल से एनर्जी जनरेट होना शुरू हो जाएगा. साथ ही बताया कि इस कुकिंग सिस्टम का इस्तेमाल बिजली से भी कर सकते हैं, इसके लिए भी इसमें वैकल्पिक व्यवस्था दी गई है.
इतनी है इस प्रोडेक्ट की कीमत: सोलर कुकिंग सिस्टम की कीमत 50 हजार प्लस जीएसटी है यानी अगर कोई व्यक्ति इस कुकिंग सिस्टम को खरीदा है तो उसको 56 हजार रुपए का भुगतान करना होगा. इसके बाद इस पूरे कुकिंग सिस्टम को घर पर इंस्टॉल कर दिया जाएगा. साथ ही बताया कि जब इस कुकिंग सिस्टम की बैटरी फुल चार्ज जाती है तो फिर 550 डिग्री सेल्सियस की हिटिंग जनरेट करती है. अगर बैटरी आधी चार्ज होती है तो फिर 350 डिग्री सेल्सियस तक की हिटिंग देती है. हालांकि इसमें हीटिंग को कम ज्यादा करने की व्यवस्था नहीं है, लेकिन खाना बनाने वाले बर्तन पर हिट कम पहुंचे इसके लिए इसमें व्यवस्था किया गया है.
आसानी से कर सकते हैं इस्तेमाल: साथ ही बताया कि अगर मौसम खराब है तो बिजली का इस्तेमाल कर भी कुकिंग सिस्टम की बैटरी को चार्ज किया जा सकता है. इसके लिए करीब चार यूनिट बिजली में एक बार कुकिंग सिस्टम की बैटरी फुल हो जाएगी, जो करीब चार से पांच घंटे तक हीटिंग देगा. इस कुकिंग सिस्टम के लिए कोई अलग बर्तन खरीदने की जरूरत नहीं है, बल्कि घरों में जो सामान्य बर्तन इस्तेमाल करते हैं. इस कुकिंग सिस्टम का काफी अधिक वजन है, लेकिन घर में आसानी से इसका इस्तेमाल किया जा सकता है.
पढ़ें-उत्तराखंड में पहली बार आयोजित किया गया सौर कौथिग, सीएम धामी ने किया शुभारंभ