बस्ती: मूसलाधार बारिश की वजह से क्या आम क्या खास सभी का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. पिछले वर्ष की अपेक्षा इस साल बारिश ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. बारिश की वजह से कई परिवार बेघर हो चुके हैं, पानी नालों और नदियों से उफनाकर अब घरों तक में पहुंच रहा है. बस्ती जनपद के कई स्कूल भी बारिश के कहर का शिकार हो गए और एहतियातन उन्हें बंद तक करना पड़ा है.
स्कूल का परिसर पानी के दरिया में तब्दील हो चुका है. छात्र छात्राओं को हो रही परेशानी को देख कर फिलहाल आपातकालीन छुट्टी कर दी गई है. वहीं प्राइमरी स्कूल भी इससे अछूते नहीं है. प्राइमरी स्कूल थरौली के चारों तरफ पानी भर गया है जिस वजह से यह स्कूल भी टापू बन गया है.
दरअसल, मूसलाधार बारिश ने इस कदर कहर बरपाया है कि बच्चों की पढ़ाई रुक सी गई. जनपद के हरैया तहसील के परशुरामपुर में श्रृंगिनारी के पास करोड़ों की लागत से बने अटल आवासीय विद्यालय की स्थिति देखकर आपके भी होश उड़ जाएंगे. इस स्कूल को बनाने में कई करोड़ बह गए मगर पानी निकालने का कोई खास इंतजाम नहीं किया गया जिसका खामियाजा अब स्कूल स्टाफ और छात्र उठाने को मजबूर हो रहे हैं.
लगातार बारिश की वजह से अटल आवासीय विद्यालय से लेकर परिसर में बने हॉस्टल भी पानी से घिरे हुए हैं. बरसात का पानी इतनी अधिक मात्रा में भरा हुआ है कि उसके निकलने में काफी वक्त लग सकता है. स्कूल को देखकर ऐसा लगता है मानो यह कोई विद्यालय नहीं बल्कि कोई तालाब है, कुछ लोग तो कह रहे चारो तरफ से पानी घिरने की वजह से ऐसा लग रहा स्कूल टापू पर बना दिया गया है.
स्कूल के क्लास रूम तक में पानी भर गया है. इतना ही नहीं स्कूल का स्टाफ हाफ पैंट पहनकर आने जाने को मजबूर है. भारी जलजमाव होने की वजह से स्कूल के प्रिंसिपल देश दीपक पाल ने स्कूल को कुछ दिन के लिए बंद कर दिया है, मगर यहां तैनात स्टाफ काफी दिक्कतों का सामना करने को मजबूर है. कर्मचारी आवास के भी चारों तरफ पानी भरा हुआ है. घर से निकलने के लिए उन्हें कई बार सोचना पड़ रहा, घर के अंदर ही कैद होने को मजबूर हैं.
ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर एक साल पहले बने करोड़ो की लागत से इस विद्यालय की हालत पहली ही बरसात में ऐसे कैसे हो गई. स्कूल की बनावट से लेकर कर्मचारियों की पोस्टिंग में सरकार ने कोई कटौती नहीं की, तो विद्यालय के निर्माण में शामिल इंजीनियरों को यह समझ में क्यों नहीं आया कि अगर बरसात का पानी यहां आया तो उसे ड्रेनेज करने के लिए भी व्यवस्था होनी चाहिए.
इस स्कूल में होनहार बच्चे रहकर शिक्षा ग्रहण करते हैं. अब पानी भरा होने की वजह से उनकी छुट्टी कर दी गई और अब वे घर जाने को मजबूर हैं. इस मामले को लेकर जब हमने अटल आवासीय विद्यालय के प्रिंसिपल देश दीपक पाल से फोन पर बात की कि आखिर क्या कारण है स्कूल पानी से लबालब भरा हुआ है, तो उन्होंने कहा कि भारी वर्षा की वजह से ऐसा हुआ है. जिस नाले में पानी जाता है वह मनोरमा नदी में जाकर मिलता है.
नदी भी उफान पर है, जिस वजह से पानी उल्टा नाले से वापस आ रहा. पानी हटते ही बच्चों का पठन पाठन का काम फिर से अनवरत शुरू कर दिया जाएगा. वही कर्मचारियों की परेशानी पर कहा कि जल्द ही समस्या का निदान होगा. पानी न निकलने के सवाल पर कहा कि ड्रेनेज की सुविधा है मगर कहीं कोई दिक्कत आ गई है तो उसे ठीक करवाया जा रहा है.
वहीं, सरयू नदी भी अपने उफान पर है, माझा इलाके में सरयू नदी के कहर से कई गांव प्रभावित हो गए हैं. महादेवा विधानसभा के विधायक दुधराम लगातार बाढ़ पीड़ितों से मिलकर उनकी मदद कर रहे हैं. सरयू नदी खतरे के निशान से अभी 12 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है, किसानों के खेत और उनके घर बाद के पानी से घिर गए हैं. विधायक दूधराम ने बताया कि बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए वे प्रशासन से लगातार संपर्क में है और उन तक मदद पहुंचा रहे हैं.