करौली/धौलुपर : सपोटरा उपखंड क्षेत्र में पिछले चार दिन से हो रही बारिश के कारण जहां सड़कें लबालब नजर आ रही हैं, वहीं सपोटरा थाने में करीब दो फीट पानी भर गया है. थाना परिसर में छत से टपकते पानी और रिसाव से हालात खराब होते जा रहे हैं. थानाधिकारी अनिल कुमार गौतम के निवास और पुलिस जवानों के क्वार्टर में पानी भरने के साथ ही मालखाने में पानी भर चुका है, जिसके कारण माल खाने का सामान भी बारिश से खराब हो रहा है.
सपोटरा तहसील के कार्यालय में पानी भरने से कमरों में रखा हुआ राजस्व रिकॉर्ड को मुकसान पहुंचा है. तहसील कार्यालय का भवन जर्जर होने से बड़ा हादसा होने का अंदेशा भी बना हुआ है. सपोटरा शहर में कई घरों में पानी भर जाने के कारण लोग परेशान नजर आ रहे हैं. हालांकि, नगर पालिका प्रशासन के द्वारा पानी निकासी के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन संसाधन कम होने के कारण लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है.
कालीसिल बांध पर चली चादर : सपोटरा क्षेत्र में हो रही झमाझम बारिश से नदी, नाले उफान पर चल रहे हैं. कई जगह सड़कें टूट चुकी हैं और गांवों से संपर्क टूट गया है. हाड़ौती इलाके में बहने वाली बनास नदी में पानी का उफान पिछले 5 दिनों से लगातार बने रहने के कारण सपोटरा-सवाई माधोपुर सड़क मार्ग बंद है. कालीसिल बांध पर 4.30 फीट की चादर चल रही है. चादर को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग बांध पर पहुंच रहे हैं.
वहीं, करौली में सुबह से फिर लगातार बारिश का दौर जारी है. बारिश के कारण निचली बस्तियों में पानी भर गया है. कई इलाकों की सड़कें दरिया बनी हुई हैं. लोगों का आवागमन बंद हो गया है. इधर जिला प्रशासन की ओर से दर्जनों लोगों का रेस्क्यू कर उनको सरकारी स्कूलों में शिफ्ट करवाया गया है, जहां पर उनके ठहरने सहित आवश्यक बदोंबस्त किए गए हैं. सोमवार को जिला प्रभारी सचिव आशुतोष एटी पेडनेकर करौली पहुंचे और जलभराव वाले इलाकों का दौरा किया. उन्होंने रेस्क्यू किए गए लोगों से जानकारी ली और अधिकारियों को आवश्यक दशा-निर्देश दिए.
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बांध के गेट खोले : पांचना बांध में लगातार जबरदस्त पानी की आवक जारी है. पांचना बांध का गेज 258 मीटर से ऊपर चल रहा है. जल संसाधन विभाग के अभियंता भवानी सिंह ने बताया कि 16,000 क्यूसेक रेट से पांचना बांध के चार गेट तीन-तीन फीट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है. दूसरी ओर मामचारी बांध और नीदर बांध पर चादर चल रही है. कई गांवों से शहर का संपर्क टूट गया है. जिला कलेक्टर नीलाभ सक्सेना और पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय ने आमजन से घरों में सुरक्षित रहने के साथ जलभराव वाले और पानी वाले क्षेत्रों में नहीं जाने की अपील की है. उन्होंने किसी भी आपदा से निपटने के लिए प्रशासन को तत्काल सूचना देने की भी अपील की है.
जलसेन बांध की पाल क्षतिग्रस्त : भारी बारिश के कारण हिंडौन उपखंड के हालात बद्तर हो गए हैं. घरों, दुकानों में पानी घुस गया है. इधर जलसेन बांध की पाल भी टूटने की कगार पर आ गई है. जलसेन बांध की पाल से पानी का रिसाव होने लगा है. जिला कलेक्टर नीलाभ सक्सेना और पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बांध की स्थिति का जायजा लिया है. अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचकर बांध की पाल को बचाने के लिए राहत कार्य शुरू कर दिया गया है. एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस सहित पुलिस के जवान पानी वाले इलाकों में तैनात किए गए हैं. हर संभव स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है. भामाशाह और जिला प्रशासन की ओर से लोगों को खाना उपलब्ध करवाया जा रहा है.
धौलपुर का पार्वती बांध छलका : पार्वती बांध की भराव क्षमता 223.41 मीटर है. कैचमेंट एरिया में पानी की भारी आवक होने की वजह से पानी का लेवल 222.80 मीटर पहुंच गया है. करौली एवं धौलपुर जिले के डांग क्षेत्र में हुई बारिश का पानी पार्वती बांध के कैचमेंट एरिया में तेजी से प्रवेश कर रहा है. जल संसाधन विभाग की एईएन संतोष सैनी ने बताया पार्वती बांध लगभग भर चुका है. हालांकि, पार्वती बांध भराव क्षमता से पानी 62 सेंटीमीटर खाली है, लेकिन जिस अनुपात में पानी की आवक हो रही है, उसके मुताबिक गेज को मेंटेन करना बेहद जरूरी है. उन्होंने बताया करौली एवं जिले के डांग क्षेत्र में लगातार बारिश होने से बांध के कैचमेंट एरिया में और अधिक पानी आने की संभावना दिखाई दे रही है. उन्होंने बताया देर रात तक अधिक पानी की आवक हुई तो अन्य गेट खोलकर भी पानी रिलीज किया जा सकता है.