गोपालगंजः बिहार के गोपालगंज में एक बार फिर गंडक नदी उफान पर है. नेपाल में हो रही बारिश के कारण गंडक नदी का जलस्तर इतनी तेजी से बढ़ रहा है कि आसपास के इलाकों के लिए मुसीबत बन गया है. निचले इलाके में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. दियारा इलाके में रहने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है.
जिला प्रशासन मदद की गुहारः जिले के कई गांवों में नदी का पानी प्रवेश कर गया है. कुछ लोग या तो पानी के बीच ही रहने को मजबूर हैं या छाती तक फैले पानी पार कर गांव से पलायन कर ऊंचे स्थान पर जाने को विवश हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन द्वारा अभी तक कोई मदद नहीं की गयी है. इससे दियारा वासियों के बीच नाराजगी है. लोगों ने सुविधा मुहैया कराने की मांग की है.
हर साल डूबता है दियाराः दरअसल, गोपालगंज जिला बाढ़ प्रभावित इलाका माना जाता है. गंडक नदी जब-जब विकराल रूप लेती है तो न जाने कितने घरों व जमीन को अपने आगोश में ले लेती है. प्रत्येक वर्ष दियारावासी बाढ़ की विभीषिका का दंश झेलते हैं. एक बार फिर गंडक नदी ने अपना विकराल रूप दिखाना शुरू कर दी है.
43 पंचायतों में घुसा पानीः गंडक नदी का जलस्तर बढ़ने से जिले के छह प्रखंड के 43 पंचायतों, 22 गांव व टोला के लोग प्रभावित हुए हैं. इन पंचायत के लोगों का जिला मुख्यालय गोपालगंज से संपर्क टूट गया है. करीब 20 से ज्यादा सड़कों पर बाढ़ का पानी फैलने के कारण आवागमन बंद है. नाव की कोई व्यवस्था नहीं है. इसलिए लोगों ने जिला प्रशासन से सहायता मांगी है.
'स्थायी समाधान नहीं': सीने तक पानी को पार कर आवागमन करने वाले स्थानीय राजेश यादव ने बताया कि हमलोग हर साल इस समस्या को झेलते हैं. यह कोई नयी बात नहीं है लेकिन जिला प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं की जाती है. राजेश ने बताया कि जब से उन्होंने होश संभाला है तब से बाढ़ देख रहे हैं लेकिन आज तक कोई स्थायी समाधान नहीं किया गया. हर साल बाढ़ आती है और हर साल गांव डूब जाता है.
"जिला प्रशासन की ओर से कोई साधन नहीं दिया गया है. सीओ साहेब आए और देखकर चले गए. सीओ साहेब कहते हैं कि आपलोग बाहर चले जाइए. वहां सारी सुविधा दी जाएगी. एक किलोमीटर हमलोगों को 100 कोस के बराबर हो गया है. सड़क पर पानी चढ़ने के कारण आने-जाने में समस्या हो रही है." -राजेश यादव, स्थानीय
बढ़ते जलस्तर के कारण कटावः बता दें कि सदर प्रखंड के रामनगर का प्लस-टू विद्यालय, मध्य विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्र बाढ़ के पानी से घिर चुका है. जबकि जल संसाधन व बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा बांध की सुरक्षा को लेकर नजर बनाए हुए है. जिलाधिकारी मो. मकसूद आलम द्वारा विभिन्न बांधो का निरीक्षण किया जा रहा है. बांध पर कटावरोधी काम भी किया जा रहा है. हालांकि नदी में बढ़ते जलस्तर के कारण कटाव भी हो रहा है.
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