बगहाः गंडक नदी की बाढ़ से लोगों के साथ-साथ वन्य जीव परेशान हैं. बगहा शहर में बाढ़ के पानी में बहकर आए हिरण, विशालकाय अजगर और कोबरा को रेस्क्यू किया गया. दो दिनों के अंदर वन विभाग ने दो हिरण, एक अजगर और एक कोबरा को पकड़ा है. जानकारी के अनुसार ये जीव जंतु बाढ़ के पानी में बहकर रिहायशी इलाकों में पहुंचे थे.
दो हिरण रेस्क्यूः बगहा नगर परिषद क्षेत्र अन्तर्गत आनंदनगर मुहल्ले में एनएच 727 के पास रविवार को दो हिरण बदहवास भागते दिखे. स्थानीय राजद कार्यकर्ता अनिल कुमार ने बताया कि इसकी सूचना वन विभाग को दी गयी. मौके पर पहुंचे वनकर्मियों ने दोनों हिरण को पकड़कर जंगल क्षेत्र में ले जाकर सुरक्षित छोड़ दिया. दोनों हरिण बाढ़ की पानी में फंस गए थे.
ड्रम के पीछे मिला अजगरः सोमवार की सुबह आनंदनगर के हीं जितेंद्र यादव के घर में एक विशालकाय अजगर रेस्क्यू किया गया. बताया जा रहा है की गंडक नदी किनारे बसे आनंदनगर में बाढ़ के पानी के साथ अजगर बह कर आया होगा. घर में घुसकर एक ड्रम के पीछे आराम फरमा रहा था. जिसे देखने के बाद घर वालों में अफरातफरी मच गई. देखते देखते लोगों की भीड़ जुट गई. तत्काल वन विभाग को सूचित किया गया. टीम ने अजगर का रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ दिया.
जूता में दुबक कर बैठा था कोबराः दूसरी ओर इंडो नेपाल सीमा पर बसे वाल्मीकीनगर में एक वनकर्मी के घर से एक कोबरा सांप का रेस्क्यू किया गया. कोबरा वनकर्मी सुनील कुमार के जूते में छिपकर बैठा था. उसकी फुफकार सुन लोगों के कान खड़े हुए. इसके बाद वन विभाग को सूचना देकर उसका रेस्क्यू कराया गया. यदि सांप नजर नहीं आया रहता तो जूता पहनते वक्त सांप काट लेता. लिहाजा WII के स्नेक कैचर सुनील ने बताया की बरसात में लोग सतर्क और सावधान रहें.
"बाढ़ में वन्य जीव बहकर रिहायशी इलाकों तक पहुंच रहे हैं. ऐसे में घबराए नहीं और वन विभाग को सूचित करें. वन जीवों को नुकसान नहीं पहुंचाएं. सतर्कता और सावधानी बरतें." -सुनील, स्नेक कैचर
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