ETV Bharat / state

गंडक ने 21 साल का तोड़ा रिकॉर्ड, पश्चिमी चंपारण के निचले इलाकों में बाढ़, देखें भयानक तस्वीर - Bihar Flood - BIHAR FLOOD

Gandak River flood: बिहार में कोसी के अलावे गंडक नदी में भी रिकॉर्ड पानी छोड़ा जा रहा है. इस पश्चिमी चंपारण के इलाकों में बाढ़ आ गयी है. निचले इलाकों में पानी तेजी से फैल रहा है. लोग खाट पर अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं. कई गांव में गंडक का पानी घुस गया है. पढ़ें पूरी खबर.

पश्चिमी चंपारण में गंडक नदी में बाढ़
पश्चिमी चंपारण में गंडक नदी में बाढ़ (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Sep 29, 2024, 1:18 PM IST

बगहाः नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण गंडक और पहाड़ी नदियां उफान पर है. जिसके नदी किनारे बसे कई गांवों में बाढ़ आ गई है. शनिवार तक 4 लाख 75 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद वाल्मीकीनगर के झंडू टोला, चकदहवा, बीन टोली गांव में पानी घुस गया है. रामनगर के इमरती कटहरवा और सलहा बरिअरवा जैसे दर्जनों गांव में बाढ़ की विभीषिका ने दस्तक दी है.

21 साल का टूटा रिकॉर्डः उत्तर बिहार के कई इलाकों में एक मर्तबा फिर बाढ़ की संभावना प्रबल हो गई है. तकरीबन 21 वर्षों बाद नेपाल के देवघाट से गंडक नारायणी नदी में 6 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा जा रहा है, जो निचले इलाके के लिए त्रासदी का सबब बन सकता है. इस बीच बगहा और आसपास के कई निचले इलाकों में बाढ़ ने दस्तक दे दिया है. लोगों की टेंशन बढ़ गई है.

बगहा में गंडक नदी में बाढ़ (ETV Bharat)

6 लाख 40 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गयाः हालांकि प्रशासन बाढ़ के इन चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह मुस्तैद है. अभियंताओं द्वारा निचले इलाके समेत तटबंधों की सतत निगरानी की जा रही है. पश्चिमी चंपारण के जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय ने बताया कि शनिवार को नेपाल के देवघाट से 6 लाख 40 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. इस कारण गंडक बराज नियंत्रण कक्ष के द्वारा गंडक नदी के डाउन स्ट्रीम में 4 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया है.

गंडक में जलस्तर बढ़ने से पास के इलाकों में घुसा पानी
गंडक में जलस्तर बढ़ने से पास के इलाकों में घुसा पानी (ETV Bharat)

"प्रशासन ने निचले इलाकों में माइकिंग कराकर लोगों को ऊंचे और सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील की है. बीडीओ, सीओ समेत जलसंसाधन विभाग के अधिकारी सतत निगरानी कर रहे हैं. नदी में नावों के परिचालन पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है." -दिनेश कुमार राय, डीएम, बगहा

वाल्मीकीनगर समेत कई इलाकों में बाढ़ः इंडो नेपाल सीमा पर अवस्थित गंडक बराज नियंत्रण कक्ष द्वारा बराज के सभी 36 फटकों को खोल दिया गया है. आलम यह है कि कभी भी गंडक नदी का पानी खतरे के निशान को पार कर सकता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि 2004 में नेपाल ने 5 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया था लेकिन इस बार उससे भी ज्यादा पानी छोड़ा गया है. जिस कारण वाल्मीकीनगर समेत कई इलाकों में बाढ़ आ गई है.

गंडक में जलस्तर बढ़ने के बाद का दृश्य
गंडक में जलस्तर बढ़ने के बाद का दृश्य (ETV Bharat)

खाट पर गुजर रही जिंदगीः स्थानीय अंजनी सिंह ने बताया कि निचले इलाकों में पानी लगातार प्रवेश कर रहा है जिसे बाढ़ आ गयी है. खाड़ी गांव, बेरियारी, हवाईअड्डा, चुस्ता, आदि इलाकों में पानी घुस गया है. कई घर और झोपड़ी के चारो ओर पानी भर गया है. लोग खाट पर बैठकर गुजारा कर रहे हैं. या फिर ऊंचे स्थानों की ओर जा रहे हैं.

यह भी पढ़ेंः नेपाल में बांध टूटने से बॉर्डर इलाके में बाढ़, कोसी ने तोड़ा 56 साल का रिकॉर्ड, बिहार के 20 जिलों पर प्रलय का खतरा

बगहाः नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण गंडक और पहाड़ी नदियां उफान पर है. जिसके नदी किनारे बसे कई गांवों में बाढ़ आ गई है. शनिवार तक 4 लाख 75 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद वाल्मीकीनगर के झंडू टोला, चकदहवा, बीन टोली गांव में पानी घुस गया है. रामनगर के इमरती कटहरवा और सलहा बरिअरवा जैसे दर्जनों गांव में बाढ़ की विभीषिका ने दस्तक दी है.

21 साल का टूटा रिकॉर्डः उत्तर बिहार के कई इलाकों में एक मर्तबा फिर बाढ़ की संभावना प्रबल हो गई है. तकरीबन 21 वर्षों बाद नेपाल के देवघाट से गंडक नारायणी नदी में 6 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा जा रहा है, जो निचले इलाके के लिए त्रासदी का सबब बन सकता है. इस बीच बगहा और आसपास के कई निचले इलाकों में बाढ़ ने दस्तक दे दिया है. लोगों की टेंशन बढ़ गई है.

बगहा में गंडक नदी में बाढ़ (ETV Bharat)

6 लाख 40 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गयाः हालांकि प्रशासन बाढ़ के इन चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह मुस्तैद है. अभियंताओं द्वारा निचले इलाके समेत तटबंधों की सतत निगरानी की जा रही है. पश्चिमी चंपारण के जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय ने बताया कि शनिवार को नेपाल के देवघाट से 6 लाख 40 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. इस कारण गंडक बराज नियंत्रण कक्ष के द्वारा गंडक नदी के डाउन स्ट्रीम में 4 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया है.

गंडक में जलस्तर बढ़ने से पास के इलाकों में घुसा पानी
गंडक में जलस्तर बढ़ने से पास के इलाकों में घुसा पानी (ETV Bharat)

"प्रशासन ने निचले इलाकों में माइकिंग कराकर लोगों को ऊंचे और सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील की है. बीडीओ, सीओ समेत जलसंसाधन विभाग के अधिकारी सतत निगरानी कर रहे हैं. नदी में नावों के परिचालन पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है." -दिनेश कुमार राय, डीएम, बगहा

वाल्मीकीनगर समेत कई इलाकों में बाढ़ः इंडो नेपाल सीमा पर अवस्थित गंडक बराज नियंत्रण कक्ष द्वारा बराज के सभी 36 फटकों को खोल दिया गया है. आलम यह है कि कभी भी गंडक नदी का पानी खतरे के निशान को पार कर सकता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि 2004 में नेपाल ने 5 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया था लेकिन इस बार उससे भी ज्यादा पानी छोड़ा गया है. जिस कारण वाल्मीकीनगर समेत कई इलाकों में बाढ़ आ गई है.

गंडक में जलस्तर बढ़ने के बाद का दृश्य
गंडक में जलस्तर बढ़ने के बाद का दृश्य (ETV Bharat)

खाट पर गुजर रही जिंदगीः स्थानीय अंजनी सिंह ने बताया कि निचले इलाकों में पानी लगातार प्रवेश कर रहा है जिसे बाढ़ आ गयी है. खाड़ी गांव, बेरियारी, हवाईअड्डा, चुस्ता, आदि इलाकों में पानी घुस गया है. कई घर और झोपड़ी के चारो ओर पानी भर गया है. लोग खाट पर बैठकर गुजारा कर रहे हैं. या फिर ऊंचे स्थानों की ओर जा रहे हैं.

यह भी पढ़ेंः नेपाल में बांध टूटने से बॉर्डर इलाके में बाढ़, कोसी ने तोड़ा 56 साल का रिकॉर्ड, बिहार के 20 जिलों पर प्रलय का खतरा

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.