पटना: BPSC पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई के द्वारा काफी दिनों से जांच की जा रही है. इस मामले में टीम ने 5 लोगों को उज्जैन से गिरफ्तार किया है, जिसमें चार पुरुष और एक महिला शामिल है. यह सभी नालंदा के रहने वाले हैं. पुलिस काफी दिनों से इन लोगों की तलाश कर रही थी.
पेपर लीक मामले में उज्जैन से 5 लोग गिरफ्तार: फिलहाल सभी को 22 अप्रैल तक ट्रांजिट रिमांड पर सोंपा गया है. वहीं ईओयू द्वारा 22 अप्रैल को पटना कोर्ट में पेश कर फिर से रिमांड पर लेने की कोशिश की जाएगी ताकि इसमें संलिप्त अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी की जा सके. रिमांड मिलने के बाद शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में विस्तृत पूछताछ की जारही, आशा है कि इस पूछताछ में कई अहम राज भी खुल सकते हैं.
क्या है पूरा मामला?: बता दें कि बिहार लोकसभा आयोग द्वारा शिक्षक भर्ती तीसरे चरण की परीक्षा 15 मार्च को आयोजित की गई थी. जिसमें पेपर लीक का मामला प्रकाश में आया था. वहीं इसकी जांच आर्थिक अपराध इकाई के द्वारा की जा रही है. जब पेपर लीक का पर्दाफाश हुआ, तो बीपीएससी ने परीक्षा रद्द कर दिया था.
झारखंड से भी हुई है गिरफ्तारी: इस मामले में झारखंड के हजारीबाग से आर्थिक अपराध इकाई की टीम के द्वारा 270 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिसमें अभ्यर्थियों के साथ-साथ सॉल्वर गैंग के सदस्य भी शामिल थे. इन्हीं लोगों से पूछताछ के आधार पर इन पांच आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार आरोपितों में 28 वर्षीय प्रदीप कुमार, 28 वर्षीय बल्ली उर्फ संदीप कुमार, 26 वर्षीय शिवम कुमार उर्फ डॉक्टर शिवम, 28 वर्षीय तेज प्रकाश के साथ एक महिला को भी गिरफ्तार किया गया है.
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