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अचानक बढ़ा सोन नदी का जलस्तर, 600 भेड़ों के साथ टीले पर फंसे 5 पशुपालक.. ऐसे बची जान - Aurangabad Flood

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Sep 18, 2024, 1:06 PM IST

SDRF Rescue Operation In Aurangabad: औरंगाबाद में अचानक सोन नदी का जलस्तर बढ़ गया. जिस वजह से 600 भेड़ों के साथ 5 पशुपालक नदी के उस पार टीले पर फंस गए. हालांकि एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सभी को सुरक्षित बचा लिया है.

Aurangabad Flood
औरंगाबाद में सोन नदी का जलस्तर बढ़ा (ETV Bharat)
औरंगाबाद में टीले पर फंसे 5 लोग और 600 भेड़ (ETV Bharat)

औरंगाबाद: मध्य प्रदेश में हो रही लगातार बारिश के कारण सोन नदी के जलस्तर में भारी वृद्धि हुई है. जलस्तर बढ़ने के कारण औरंगाबाद में सोन नदी के टीले पर रहने वाले कृषक और पशुपालकों ने टीला खाली कर दिया था लेकिन कुछ ऐसे भी पशु पालक थे, जिन्हें इसकी भनक तक नहीं लगी और देखते ही देखते पूरी तरह से पानी के बीच घिर गए. मामला जिले के दाउदनगर थाना क्षेत्र के काली स्थान घाट का है. जहां 600 भेड़ों के साथ 5 पशुपालक काफी देर तक टीले पर फंसे रहे.

एसडीआरएफ ने बचाई सभी की जान: भेड़ों के साथ पशुपालकों के फंसे होने की सूचना जैसे ही औरंगाबाद जिला प्रशासन को लगी, फौरन एसडीआरएफ की टीम बुलाई गई. गया से आई एसडीआरएफ की टीम ने देर शाम तक सभी को सुरक्षित निकाल बाहर निकाल लिया. सभी भेड़ पालक दाउदनगर शहर के गड़ेरी मोहल्ला के निवासी हैं. सभी को उनके घर सुरक्षित पहुंचा दिया गया है.

Aurangabad Flood
रेस्क्यू में जुटी एसडीआरएफ की टीम (ETV Bharat)

3 दिनों से टीले पर रुके थे सभी: घटना के संबंध में रेस्क्यू में बचाए गए भेड़पालक के परिजन अर्जुन पाल ने बताया कि मुरारी भगत, सत्यनारायण भगत, शिववचन भगत, विद्या भगत और विनेश्वर भगत तीन दिन पहले भेड़ चराने के लिए भेड़ को लेकर सोन नदी के टीला पर गए थे. कुछ खाने का सामान भी ले गए थे. टीला पर ही खाना बना कर रह रहे थे और भेड़ को चरा रहे थे. सोमवार की आधी रात को अचानक सोन नदी का जलस्तर बढ़ गया और इन लोगों को बाहर निकलने का अवसर नहीं मिला.

"तीन दिनों से मुरारी भगत, सत्यनारायण भगत, शिववचन भगत, विद्या भगत और विनेश्वर भगत टीला अपने भेड़ों के साथ रह रहे थे. अचानक रात को नदी का जलस्तर बढ़ गया. इनलोगों को पता नहीं चला. मंगलवार की सुबह हमलोगों ने थाने में जाकर गुहार लगाई. जिसके बाद पुलिस ने सीओ को सूचना दी और फिर एसडीआरएफ की टीम ने सभी को सुरक्षित बचा लिया है."- अर्जुन पाल, परिजन

क्या बोले एसआई?: वहीं, दाउदनगर थाना के सब इंस्पेक्टर धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि सूचना के तत्काल बाद थाने की पुलिस सक्रिय हो गई थी. सीनियर अफसरों के सहयोग से रेस्क्यू अभियान को सफलता पूर्वक अंजाम दिया गया है. इस दौरान राजस्व कर्मचारी अनिल कुजूर भी मौजूद थे. फिलहाल सभी भेड़ पालक स्वस्थ्य हैं और उन्हें उनके घर तक पहुंचा दिया गया है.

Aurangabad Flood
मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारी (ETV Bharat)

"सोमवार रात को अचानक सोन नदी का जलस्तर बढ़ने से टीले पर कुछ लोग भेड़ों के साथ फंस गए थे. मंगलवार को जैसे ही इसकी सूचना मिली पुलिस सक्रिय हो गई. सीनियर अफसरों के सहयोग से रेस्क्यू अभियान को सफलता पूर्वक अंजाम दिया गया है. एसडीआरएफ की टीम ने सभी को बचा लिया है."- धर्मेंद्र कुमार, एसआई, दाउदनगर थाना

ये भी पढ़ें: नदी की तेज धारा में बह गए एक ही परिवार के 5 सदस्य, गोताखोरों ने 3 को बचाया, मां-बेटा लापता - AURANGABAD ACCIDENT

औरंगाबाद में टीले पर फंसे 5 लोग और 600 भेड़ (ETV Bharat)

औरंगाबाद: मध्य प्रदेश में हो रही लगातार बारिश के कारण सोन नदी के जलस्तर में भारी वृद्धि हुई है. जलस्तर बढ़ने के कारण औरंगाबाद में सोन नदी के टीले पर रहने वाले कृषक और पशुपालकों ने टीला खाली कर दिया था लेकिन कुछ ऐसे भी पशु पालक थे, जिन्हें इसकी भनक तक नहीं लगी और देखते ही देखते पूरी तरह से पानी के बीच घिर गए. मामला जिले के दाउदनगर थाना क्षेत्र के काली स्थान घाट का है. जहां 600 भेड़ों के साथ 5 पशुपालक काफी देर तक टीले पर फंसे रहे.

एसडीआरएफ ने बचाई सभी की जान: भेड़ों के साथ पशुपालकों के फंसे होने की सूचना जैसे ही औरंगाबाद जिला प्रशासन को लगी, फौरन एसडीआरएफ की टीम बुलाई गई. गया से आई एसडीआरएफ की टीम ने देर शाम तक सभी को सुरक्षित निकाल बाहर निकाल लिया. सभी भेड़ पालक दाउदनगर शहर के गड़ेरी मोहल्ला के निवासी हैं. सभी को उनके घर सुरक्षित पहुंचा दिया गया है.

Aurangabad Flood
रेस्क्यू में जुटी एसडीआरएफ की टीम (ETV Bharat)

3 दिनों से टीले पर रुके थे सभी: घटना के संबंध में रेस्क्यू में बचाए गए भेड़पालक के परिजन अर्जुन पाल ने बताया कि मुरारी भगत, सत्यनारायण भगत, शिववचन भगत, विद्या भगत और विनेश्वर भगत तीन दिन पहले भेड़ चराने के लिए भेड़ को लेकर सोन नदी के टीला पर गए थे. कुछ खाने का सामान भी ले गए थे. टीला पर ही खाना बना कर रह रहे थे और भेड़ को चरा रहे थे. सोमवार की आधी रात को अचानक सोन नदी का जलस्तर बढ़ गया और इन लोगों को बाहर निकलने का अवसर नहीं मिला.

"तीन दिनों से मुरारी भगत, सत्यनारायण भगत, शिववचन भगत, विद्या भगत और विनेश्वर भगत टीला अपने भेड़ों के साथ रह रहे थे. अचानक रात को नदी का जलस्तर बढ़ गया. इनलोगों को पता नहीं चला. मंगलवार की सुबह हमलोगों ने थाने में जाकर गुहार लगाई. जिसके बाद पुलिस ने सीओ को सूचना दी और फिर एसडीआरएफ की टीम ने सभी को सुरक्षित बचा लिया है."- अर्जुन पाल, परिजन

क्या बोले एसआई?: वहीं, दाउदनगर थाना के सब इंस्पेक्टर धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि सूचना के तत्काल बाद थाने की पुलिस सक्रिय हो गई थी. सीनियर अफसरों के सहयोग से रेस्क्यू अभियान को सफलता पूर्वक अंजाम दिया गया है. इस दौरान राजस्व कर्मचारी अनिल कुजूर भी मौजूद थे. फिलहाल सभी भेड़ पालक स्वस्थ्य हैं और उन्हें उनके घर तक पहुंचा दिया गया है.

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मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारी (ETV Bharat)

"सोमवार रात को अचानक सोन नदी का जलस्तर बढ़ने से टीले पर कुछ लोग भेड़ों के साथ फंस गए थे. मंगलवार को जैसे ही इसकी सूचना मिली पुलिस सक्रिय हो गई. सीनियर अफसरों के सहयोग से रेस्क्यू अभियान को सफलता पूर्वक अंजाम दिया गया है. एसडीआरएफ की टीम ने सभी को बचा लिया है."- धर्मेंद्र कुमार, एसआई, दाउदनगर थाना

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