सूरजपुर: छत्तीसगढ़ में 26 जून से सभी स्कूल खुल चुके हैं. स्कूलों खुलने के साथ ही सूरजपुर में बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए परिवहन विभाग ने भी स्कूल बसों को लेकर अपनी जांच शुरू कर दी. सहायक परिवहन अधिकारी ने बताया कि ''स्कूल बस चालकों के आंखों की जांच के साथ साथ साथ सुप्रीम कोर्ट की जो गाइडलाइन जारी की गई है, उसका पालन किया जा रहा है. कोर्ट के आदेश के मुताबिक बसों की फिटनेस चेकिंग की जा रही है''.
स्कूली बसों की हो रही फिटनेस चेकिंग: परिवहन विभाग की ओर से कैंप लगाया है. कैंप में पहुंचे स्कूलों बसों की चेकिंग आरटीओ विभाग के अफसर कर रहे हैं. लाइसेंस से लेकर ड्राइवरों के आंखों तक की जांच कैंप में होगी. जिन बसों में कुछ कमियां या खामियां पाई जाएंगी उसे दूर करने के सख्त निर्देश भी दिए जा रहे हैं. लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों को लेकर भी जिला प्रशासन सख्त है. शासन की ओर से सख्त निर्देश है कि जो बसें कंडम हालत में हैं उनको सड़क पर नहीं उतारा जाए. बसों में सेफ्टी सुविधाएं जरुर हों. बसों मे फर्स्ट एड बॉक्स भी होना जरुरी है.
बसों में फर्स्ट एड जीपीआरएस होना मस्ट है: जिला प्रशासन ने साफ किया है सभी स्कूलों बसों को जीपीआरएस से कनेक्ट करना होगा. रविवार को आरटीओ कैंप में करीब 30 बसों की जांच की गई. जिन गाड़ियों में कमियां पाई कई उन स्कूलों के प्रबंधकों को इसकी सूचना दे दी गई है. आरटीओ विभाग ने साफ कर दिया है कि आने वाले वक्त में इस तरह की चेकिंग चलती रहेगी.