जोधपुर : डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर में शनिवार को पहला विश्व ध्यान दिवस मनाया गया. इस अवसर पर संविधान पार्क में अर्ध पद्मासन सामूहिक ध्यान का आयोजन किया गया, जिसमें लगातार 30 मिनट तक ध्यान कर विश्व कीर्तिमान का दावा किया गया. कुलपति प्रो. (वैद्य) प्रदीप कुमार प्रजापति ने बताया कि ध्यान भारतीय संस्कृति और योग परंपरा का अभिन्न अंग है. वहीं, पहले विश्व ध्यान दिवस पर यह कीर्तिमान हमें ध्यान के महत्व को जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रेरित करता है.
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पतंजलि योगपीठ के स्वामी डॉ. परमार्थ देव शामिल हुए. उन्होंने कहा कि ध्यान न केवल मानसिक शांति प्रदान करता है, बल्कि यह तनाव, अनिद्रा और मानसिक असंतुलन जैसी बीमारियों से भी बचाव करता है. नियमित ध्यान के अभ्यास से व्यक्ति अपनी आंतरिक शक्ति को पहचान सकता है और जीवन को सकारात्मक दिशा में ले जा सकता है.
इसे भी पढ़ें - बेमिसाल पहल : राज्य के पीएमश्री स्कूलों में लगाए जा रहे योग शिक्षक - YOGA TEACHERS IN PMSHRI SCHOOL
इसमें आईआईटी, निफ्ट, एसएलबीएस, नर्सिंग इंस्टीट्यूट मंगरा पूंजला सहित विभिन्न संस्थानों और विश्वविद्यालय के संकाय सदस्य व छात्रों ने भाग लिया. सबसे खास बात यह रही कि पहली बार 30 मिनट का अर्ध पद्मासन सामूहिक ध्यान का आयोजन किया गया.
ऑफलाइन के साथ ही ऑनलाइन भी जुड़े लोग : मीडिया प्रभारी डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा ने बताया कि इसमें करीब पांच प्रतिभागियों ने अर्ध पद्मासन में ध्यान का अभ्यास कर इस उपलब्धि को साकार किया. 30 मिनट तक लगातार ध्यान का अभ्यास किया गया. इसमें ऑफलाइन के साथ ही लोग ऑनलाइन भी जुड़े थे.
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. चंद्रभान शर्मा ने बताया कि अर्ध पद्मासन में 30 मिनट तक ध्यान का दावा अखिल भारतीय योग महासंघ के मार्फत योग बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के लिए किया गया है. इस दौरान योग बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के सीईओ राकेश भारद्वाज भी मौजूद रहे.