नागौर. अभिनेता सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग मामले का नागौर कनेक्शन भी सामने आया है. मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच की ओर से मामले में की गई पांचवी गिरफ्तारी के बाद यह खुलासा हुआ है कि मामले का सूत्रधार कोई और नहीं, बल्कि नागौर के बासनी का रहने वाला मोहम्मद रफीक चौधरी था. सूत्रों के मुताबिक मुंबई क्राइम ब्रांच टीम ने फायरिंग के मामल में पहले ही चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया था और पांचवें आरोपी की तलाश की जा रही थी. वहीं, इस मामले में राजस्थान पुलिस के हवाले से कोई भी जानकारी सामने नहीं आई है.
मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम ने आखिरकार मोहम्मद रफीक चौधरी को राजस्थान के मारवाड़ जंक्शन रेलवे स्टेशन से ट्रेन में सफर करते हुए धर दबोचा. बताया जा रहा है कि रफीक चौधरी नागौर के सदर थाने के बासनी का मूल निवासी है और अपने भाइयों के साथ मुंबई में दूध की डेयरी के व्यवसाय से जुड़ा है और वहीं रहते हुए वह अपराधी गतिविधियों में लिप्त हो गया. यह भी कहा जा रहा है कि जांच एजेंसी के मुताबिक रफीक चौधरी लॉरेंस गैंग से जुड़ा हुआ है और अभिनेता सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग मामले में उसने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है.
कोर्ट ने भेजा पुलिस रिमांड पर : जानकारी के मुताबिक फायरिंग मामले के पाल और गुप्ता को आरोपी रफीक चौधरी ने कथित तौर पर मोटरसाइकिल खरीदने और मकान किराए पर लेने के लिए मदद की थी. फिलहाल मुंबई क्राइम ब्रांच ने रफीक चौधरी को न्यायालय में पेश किया. कोर्ट ने उसे 13 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है.
मुंबई पुलिस फिलहाल इस बात की जांच कर रही है कि बिश्नोई रफीक चौधरी के जरिए किस तरह का काम कराता था. मीडिया रिपोट्स की मानें तो रफीक ने हमले से पहले कई बार सलमान खान के घर का सर्वे किया था. पुलिस अधिकारियों ने यह भी खुलासा किया कि आरोपियों ने सलमान के घर का वीडियो रिकॉर्ड किया था और उसे बिश्नोई को भेज दिया था.