रांचीः राजधानी के नेपाल हाउस (सचिवालय भवन) स्थित पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के एक कमरे में आग लगने से भारी नुकसान हुआ है. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग का दफ्तर नेपाल हाउस के दूसरे तल्ले पर है. यहां मौजूद कमरा नंबर 211 में आग लगी थी. इस कमरे में विभाग के संयुक्त सचिव अनिल प्रसाद बैठते हैं. तीन दिन की छुट्टी के बाद आज जब ऑफिस खुला तो पूरा कमरा अस्त व्यस्त पाया गया. इसके बाद कर्मियों ने इसकी सूचना डोरंडा पुलिस और नेपाल हाउस की सुरक्षा में तैनात कर्मियों को दी. पुलिस ने अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी है.
फिलहाल, कर्मचारियों का अनुमान है कि शॉट सर्किट से आग लगी होगी. आग लगने की वजह से कमरे में मौजूद कई फाइलें, फर्नीचर, एसी जलकर राख हो गये हैं. अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि किस तरह की फाइलें जल गईं हैं. खास बात है कि यह भी पता नहीं चल पाया है कि आग आखिर लगी कब थी. ऊपर से इस बारे में कोई अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. क्योंकि पिछले तीन दिनों से दफ्तर बंद था.
आश्चर्य की बात है कि इतने सेंसिटिव जगह पर किसी कमरे में आग लगी तो उसी वक्त वहां के सुरक्षाकर्मियों को इसकी भनक क्यों नहीं लगी. संभव है कि यह आग अगर जोर पकड़ती तो पूरा नेपाल हाउस भवन इसकी जद में आ सकता था. आपको बता दें कि इसी नेपाल हाउस में स्वास्थ्य विभाग, श्रम विभाग, कृषि विभाग समेत कई महत्वपूर्ण विभागों के दफ्तर मौजूद हैं.
फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. गौर करने वाली बात है कि 10 जुलाई यानी शनिवार को ही राज्य में बड़े स्तर पर प्रशासनिक फेरबदल हुआ है. इसमें पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के सचिव राजेश कुमार शर्मा का तबादला आपदा प्रबंधन प्रभाग में कर दिया गया है. उनकी जगह योजना एवं विकास विभाग के प्रधान सचिव मस्त राम मीना को पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के प्रधान सचिव का भी अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है.
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