नई दिल्ली: नोएडा के सेक्टर-67 स्थित गारमेंट और दवा फैक्ट्री में शनिवार लगभग 11 बजे आग लग गई. फायर ब्रिगेड की 29 गाड़ियों की मदद से आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया. अग्निकांड में किसी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं है. आग से करोड़ों रुपये का सामान जलकर राख हो गया. आग लगने का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है. आग से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है.
आठ घंटे में बुझी आग, किसी प्रकार की जनहानि नहीं
मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रदीप कुमार चौबे ने बताया कि शनिवार दोपहर लगभग 12 बजे कंट्रोल रूम को सेक्टर-67 स्थित गारमेंट फैक्ट्री में आग लगने की सूचना मिली. सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की 12 गाड़ियों को मौके पर रवाना किया गया. इसी दौरान गारमेंट फैक्ट्री की आग फोम का सहारा पाकर बगल की दवा फैक्ट्री में पहुंच गई. आग का दायरा बढ़ता देख गाजियाबाद, हापुड़, मथुरा और बुलंदशहर से भी दमकल की गाड़ियों को मंगाया गया.
आसपास की फैक्ट्रियों और कंपनियों को इस दौरान खाली करा दिया गया. अगल-बगल की इमारतों पर पानी की बौछार होती रही ताकि आग का दायरा बढ़ने न पाए. करीब आठ घंटे बाद शाम सात बजे के करीब आग पर काबू पाया गया. गनीमत रही कि आग फैलने के पहले ही कपड़ा फैक्ट्री में मौजूद सभी कर्मचारी बाहर निकल आए. दवा फैक्ट्री लंबे समय से बंद थी. घटना के समय अंदर कोई नहीं था. इस दौरान घटनास्थल पर सैकड़ों लोग जमा हो गए. फेज तीन थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. शार्ट सर्किट से आग लगने की आशंका जाहिर की जा रही है. सीएफओ ने बताया कि आग पर पूरी तरह से काबू पाने के बाद फैक्ट्रियों की फायर एनओसी के बारे में जानकारी एकत्र की जाएगी.
फैक्टरी के अंदर मौजूद थे 40 लोग
सीएफओ प्रदीप कुमार चौबे ने बताया कि जिस समय गारमेंट फैक्ट्री में आग लगी, उस समय अंदर 40 कर्मचारी मौजूद थे. ज्यादातर लोग आग लगते की बाहर निकल आए. कुछ लोगों को अग्निशमन विभाग की टीम ने बाहर निकाला.