लखनऊ : केजीएमयू के डॉक्टर फ्लैट में शनिवार को भीषण आग लग गई. फायर विभाग ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. आग की चपेट में आने से फ्लैट का लाखों रुपए का सारा सामान जलकर खाक हो गया. राहत की बात यह है कि फ्लैट में कोई जन हानि नहीं हुई.
आनन-फानन फ्लैट खाली कराया
बता दें कि कॉर्डियोलॉजी विभाग के पीछे डॉक्टरों के लिए 9 मंजिला इमारत बनी है. इसी बिल्डिंग के छठे तल फ्लैट संख्या 607 में पैथोलॉजी विभाग की डॉ. मालती परिवार संग रहती हैं. पति दांतों के डॉक्टर हैं. शाम करीब चार बजे भीषण आग लग गई. आग की लपटे फ्लैट के बाहर तक आने लगी. आग लगने की घटना से फ्लैट में भगदड़ मच गई. बिल्डिंग के सभी लोग बाहर की भागने लगे. आनन-फानन बिजली काट दी गई, जिससे लिफ्ट का संचालन बंद हो गया. लोगों ने बाहर आने के लिए जीने का सहारा लेना पड़ा. बड़ी संख्या में पुरुष, महिला, बुजुर्ग व बच्चे जान बचाकर बाहर भागे. इसी दौरान वजीरगंज पुलिस और फायर विभाग को घटना की जानकारी दी गई.
खिड़कियों के कांच तोड़े बुझाई आग
कुछ ही देर में चौक फायर स्टेशन से गाड़ियां आईं. अग्निशमन विभाग के कर्मचारी भवन में दाखिल हुए. खिड़की के कांच तोड़े, तब जाकर धुंआ बाहर निकलना शुरू हुआ. इसके बाद आग बुझाने में जुटे कर्मचारियों ने राहत की सांस ली. आग लगने से फ्लैट में रखा सारा सामान जलकर राख हो गया है. इसमें टीवी, फ्रीज, वाशिंग मशीन, सोफा समेत दूसरा कीमती सामान जल गया. लाखों रुपये का दूसरा सामान भी जल गया है.
शार्ट सर्किट से लगी आग, जांच के आदेश
आग लगने का पुख्ता कारण का पता अभी नहीं चला है. फिर भी अधिकारियों ने शार्ट सर्किट से आग लगने की घटना की आशंका जाहिर की है. केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह का कहना है कि घटना चिंता जनक है. राहत की बात यह है कि घटना से कोई हताहत नहीं हुआ है. फ्लैट में रखा सारा सामान जलकर खाक हो गया है. आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है. पूरे मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं. कमेटी आग लगने के कारणों का पता लगाएगी.
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