ETV Bharat / state

विश्वनाथ मंदिर में जबरन बेच रहे थे प्रसाद, मना करने पर कर्मचारियों के साथ की मारपीट, 7 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज

Shri Kashi Vishwanath Temple: काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने महादेव लाल पेड़ा भंडार का कांट्रैक्ट खत्म कर परिसर से दुकान हटवा दिया था, इसके बावजूद दर्शनार्थियों को बेच रहे थे लाल पेड़ा

author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 2 hours ago

काशी विश्वनाथ मंदिर
काशी विश्वनाथ मंदिर (Etv Bharat)

वाराणसी: श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में जबरन काउंटर लगाकर प्रसाद बेचने का मामला सामने आया है. मंदिर प्रशासन ने चौक थाने में पूर्व में प्रसाद बनाने वाली संस्था के 7 लोगों पर केस दर्ज कराया है. आरोप है कि मंदिर परिसर में घुसकर जबरदस्ती प्रसाद बेच रहे थे और मना करने पर मारपीट भी की. दरअसल, काशी विश्वनाथ मंदिर में 5 सालों से महादेव लाल पेड़ा भंडार के नाम से लाल पेड़ा प्रसाद बेचा जा रहा था. जिसे 21 अगस्त को बंद करने का नोटिस दिया गया था.

विश्वनाथ मंदिर में प्रसाद को लेकर हुए बवाल के बाद जो विश्वनाथ मंदिर की तरफ से तहरीर दी गई है. उसमें न्यास में तैनात नायब तहसीलदार मिनी एल शेखर ने प्रसिद्ध महादेव लाल पेड़ा भंडार के मालिक और उनके सहयोगियों पर मंदिर के कर्मचारियों पर हमला और तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि न्यास से अनुबंध के बाद अमूल के तंदुल महाप्रसाद की बिक्री के पश्चात परिसर में महादेव लाल पेड़ा की बिक्री को लेकर 21 अगस्त को ही दुकानदार अंकित सिंह को नोटिस दे दिया गया था. मंदिर प्रशासन ने 31 अगस्त तक अपनी दुकान परिसर से हटाने के लिए भी कहा था. साथ ही अनुबंध के अनुरूप लाल पेड़ा खरीदने से भी इंकार कर दिया था.

मंदिर ने कुछ दिन पहले दुकान परिसर से हटाने के लिए भी कहा था. लेकिन 18 अक्टूबर की रात मंदिर में अंकित सिंह अपने सहयोगी रवि यादव, दिनेश सिंह, आशुतोष यादव, राकेश धीरज दुबे, अमन गोंड के साथ लाल पेड़ा मिठाई लेकर मंदिर पहुंचा. इसके बाद कई पैकेट लाल पेड़ा लाकर मंदिर के परिसर में मेज लगाकर उसकी बिक्री करने लगा. शंकराचार्य चौक में मंदिर प्रशासन की अनुमति के बिना प्रसाद बेचने पर न्यास हेल्प डेस्क कर्मियों और पुलिसकर्मियों ने उन्हें मना किया और काउंटर हटाने के लिए कहा. इसके बाद यह लोग जबरदस्ती दर्शनार्थियों को लाल पेड़ा बेचने लगे. हेल्प डेस्क कर्मियों ने इनको मना किया तो दबंगई दिखाते हुए उनके साथ मारपीट की और मंदिर की संपत्ति को क्षतिग्रस्त किया. पुलिस की मौजूदगी में काउंटर को हटाया गया.

थाना चौक के प्रभारी विमल मिश्रा ने बताया कि मंदिर की तरफ से मिली तहरीर के आधार पर अंकित सिंह, रवि यादव, दिनेश सिंह, आशुतोष यादव, राकेश, धीरज दुबे, अमन गोंड के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. मंदिर की तरफ से तहरीर दी गई है कि कुछ लोग जबरदस्ती मंदिर परिसर में घुसकर प्रसाद बेच रहे थे, मना करने पर मान नहीं रहे हैं. इस मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.

इसे भी पढ़ें-देश की खातिर जान देने वाले जवानों की याद में काशी के गंगा घाट पर जले आकाशदीप

वाराणसी: श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में जबरन काउंटर लगाकर प्रसाद बेचने का मामला सामने आया है. मंदिर प्रशासन ने चौक थाने में पूर्व में प्रसाद बनाने वाली संस्था के 7 लोगों पर केस दर्ज कराया है. आरोप है कि मंदिर परिसर में घुसकर जबरदस्ती प्रसाद बेच रहे थे और मना करने पर मारपीट भी की. दरअसल, काशी विश्वनाथ मंदिर में 5 सालों से महादेव लाल पेड़ा भंडार के नाम से लाल पेड़ा प्रसाद बेचा जा रहा था. जिसे 21 अगस्त को बंद करने का नोटिस दिया गया था.

विश्वनाथ मंदिर में प्रसाद को लेकर हुए बवाल के बाद जो विश्वनाथ मंदिर की तरफ से तहरीर दी गई है. उसमें न्यास में तैनात नायब तहसीलदार मिनी एल शेखर ने प्रसिद्ध महादेव लाल पेड़ा भंडार के मालिक और उनके सहयोगियों पर मंदिर के कर्मचारियों पर हमला और तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि न्यास से अनुबंध के बाद अमूल के तंदुल महाप्रसाद की बिक्री के पश्चात परिसर में महादेव लाल पेड़ा की बिक्री को लेकर 21 अगस्त को ही दुकानदार अंकित सिंह को नोटिस दे दिया गया था. मंदिर प्रशासन ने 31 अगस्त तक अपनी दुकान परिसर से हटाने के लिए भी कहा था. साथ ही अनुबंध के अनुरूप लाल पेड़ा खरीदने से भी इंकार कर दिया था.

मंदिर ने कुछ दिन पहले दुकान परिसर से हटाने के लिए भी कहा था. लेकिन 18 अक्टूबर की रात मंदिर में अंकित सिंह अपने सहयोगी रवि यादव, दिनेश सिंह, आशुतोष यादव, राकेश धीरज दुबे, अमन गोंड के साथ लाल पेड़ा मिठाई लेकर मंदिर पहुंचा. इसके बाद कई पैकेट लाल पेड़ा लाकर मंदिर के परिसर में मेज लगाकर उसकी बिक्री करने लगा. शंकराचार्य चौक में मंदिर प्रशासन की अनुमति के बिना प्रसाद बेचने पर न्यास हेल्प डेस्क कर्मियों और पुलिसकर्मियों ने उन्हें मना किया और काउंटर हटाने के लिए कहा. इसके बाद यह लोग जबरदस्ती दर्शनार्थियों को लाल पेड़ा बेचने लगे. हेल्प डेस्क कर्मियों ने इनको मना किया तो दबंगई दिखाते हुए उनके साथ मारपीट की और मंदिर की संपत्ति को क्षतिग्रस्त किया. पुलिस की मौजूदगी में काउंटर को हटाया गया.

थाना चौक के प्रभारी विमल मिश्रा ने बताया कि मंदिर की तरफ से मिली तहरीर के आधार पर अंकित सिंह, रवि यादव, दिनेश सिंह, आशुतोष यादव, राकेश, धीरज दुबे, अमन गोंड के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. मंदिर की तरफ से तहरीर दी गई है कि कुछ लोग जबरदस्ती मंदिर परिसर में घुसकर प्रसाद बेच रहे थे, मना करने पर मान नहीं रहे हैं. इस मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.

इसे भी पढ़ें-देश की खातिर जान देने वाले जवानों की याद में काशी के गंगा घाट पर जले आकाशदीप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.