कानपुर : शहर के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र स्थित नजूल की 1000 करोड़ रुपये की जमीन कब्जाने के मामले में कोतवाली पुलिस ने कानपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित को कुछ दिनों पहले जेल भेजा था. उस दिन के बाद से लगातार कानपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित के खिलाफ शिकायतकर्ता सामने आते जा रहे हैं और पुलिस की ओर से लगातार एफआईआर दर्ज करने का सिलसिला जारी है.
सोमवार को कोतवाली में ही क्रिस्टल पार्किंग में वाहन खड़े करने को लेकर वसूली के मामले में पुलिस की ओर से आरोपी अवनीश दीक्षित, उसके साथियों- मनोज यादव, अजीत यादव, अभिनव शुक्ला, समेत चार-पांच अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. इसके अलावा कमिश्नरेट पुलिस के आला अफसरों के बीच यह चर्चा भी जोरों पर थी, कि कानपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित के खिलाफ एक मुकदमा शहर के बर्रा थाने में भी दर्ज हुआ है. मगर, आला अफसरों की ओर से इसकी पुष्टि नहीं की गई.
चकेरी निवासी अनिल कुमार ने दर्ज कराई एफआईआर : शहर के चकेरी थाना क्षेत्र निवासी अनिल कुमार ने कोतवाली में कानपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई. शिकायतकर्ता का आरोप है, कि दो जून 2024 को वह क्रिस्टल पार्किंग में अपनी गाड़ी खड़ी कर रहे थे, तब वहां मौजूद अवनीश दीक्षित व उसके साथियों ने 200 रुपये के बजाए 500 रुपये वसूली के तौर पर मांगे थे. जब शिकायतकर्ता ने मना किया तो अवनीश व उसके साथियों ने गाली देकर मारपीट की थी. शिकायतकर्ता का कहना था, कि उस समय तो डर की वजह से मुकदमा दर्ज नहीं कराया था. लेकिन, अब एफआईआर करा दी है.
डीसीपी पूर्वी एसके सिंह ने बताया कि कानपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित व उनके साथियों के खिलाफ शिकायत मिली थी. उसी आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है.