श्रीनगर: युवाओं को फिल्म मेकिंग, एक्टिंग, वीडियोग्राफी, थियेटर और स्क्रिप्ट राइटिंग के क्षेत्र से जोड़ने के लिए गढ़वाल विवि के साथ मिलकर संस्कार भारती संस्था अभिनव प्रयास कर रही है. संस्था और विवि की ओर से श्रीनगर स्थित गढ़वाल विश्विद्यालय के बिरला परिसर में 30 दिवसीय निःशुल्क कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. कार्यशाला में फिल्म जगत से जुड़े लोगों की ओर से युवाओं को अभिनय से लेकर फिल्म मेकिंग का प्रशिक्षण दिया जाएगा. यह कार्यशाला 25 नवंबर से 25 दिसंबर तक आयोजित की जाएगी. इसके लिए बकायदा छात्रो के ऑडिशन भी लिए गए, जिसमें विवि के 50 होनहार छात्रों का चयन किया गया है.
ऑडिशन के जरिए 50 छात्रों का चयन: हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के चित्रकला विभाग में कार्यरत गेस्ट फैकल्टी डॉ. आलोक नेगी ने ईटीवी भारत को बताया कि 22 नवंबर और 23 नवंबर को छात्रों का ऑडिशन लिया गया था. जिसमें 50 छात्रों का चयन किया गया. अब इन छात्रों को एक महीने के कार्यशाला में फिल्म मेकिंग समेत तमाम विधाओं की जानकारी से रूबरू करवाया जाएगा. कार्यशाला के माध्यम से युवाओं को फिल्म जगत से जोड़ा जाएगा.
युवाओं को दी जाएगी प्रोफेशनल ट्रेनिंग, फिल्म जगत में काम करने का मिलेगा मौका: डॉ. आलोक बताते हैं कि कई ऐसे युवा होते हैं, जिन्हें फिल्म मेकिंग, अभिनय, वीडियोग्राफी और स्क्रिप्ट राइटिंग में करियर बनाना होता है, लेकिन उन्हें प्रोफेशनल प्रशिक्षण नहीं मिल पाता है. ऐसे युवाओं के लिए संस्कार भारती संस्था की ओर से कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. कार्यशाला में युवाओं को ट्रेनिंग के साथ फिल्म जगत में काम करने मौका भी दिया जाएगा.
क्या बोले असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. कपिल पंवार? वहीं, एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. कपिल पंवार ने बताया कि संस्कार भारती संस्था की ओर से एक ऑडिशन का आयोजन किया गया था. जिसमें 50 से ज्यादा छात्रों का चयन किया गया है. ऑडिशन में चयनित होने वाले युवाओं को कार्यशाला में प्रतिभाग करने का मौका दिया जा रहा है.
एक्टिंग से लेकर फिल्म मेकिंग तक का दिया जाएगा प्रशिक्षण: कार्यशाल के जरिए फिल्म विधा से जुड़ी विभिन्न गतिविधियां जैसे अभिनय, स्क्रिप्ट राइटिंग, वीडियोग्राफी, फोटोग्राफी और फिल्म मेकिंग में रुचि रखने वाली प्रतिभाओं को मंच दिया जा रहा है. कार्यशाला में फिल्म जगत से जोड़े लोगों की ओर से युवाओं के हुनर को तराशा जाएगा. वहीं, कार्यशाला के बाद युवाओं को फिल्म जगत से जोड़ा जाएगा. जहां इन्हीं युवाओं की ओर से फिल्म की शूटिंग और अभिनय जैसे काम कर सकेंगे. ताकि, युवा फिल्म जगत से जुड़ सकेंगे और उन्हें एक प्लेटफार्म भी मिलेगा.
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