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दो दिग्गजों की लड़ाई में इंडिया के हाथ से फिर निकल सकती है गोड्डा लोकसभा सीट, बीजेपी से चौथी बार मैदान में निशिकांत दुबे

Godda Lok Sabha seat. झारखंड में गोड्डा लोकसभा सीट काफी हॉट सीट माना जाता है. इस सीट पर दो दिग्गजों की लड़ाई पूर्व के चुनावों में दिखी दिखी है. इस बार भी मुकाबला रोचक होने की संभावना है. भाजपा ने चौथी बार निशिकांत दुबे को गोड्डा सीट से टिकट दिया है.

Lok Sabha Election 2024
Godda Lok Sabha Seat
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Mar 12, 2024, 5:38 PM IST

गोड्डाः भाजपा के प्रत्याशी निशिकांत दुबे गोड्डा लोकसभा सीट से लगातार चौथी बार चुनावी मैदान में हैं. निशिकांत वर्ष 2009, 2014 और 2019 में लोकसभा का चुनाव गोड्डा सीट से जीत चुके हैं, लेकिन निशिकांत की हर एक जीत के पीछे दो पूर्व सांसद दो दिग्गज की आपसी लड़ाई मुख्य वजह रही है. सबसे दिलचस्प बात यह है कि पहली दफा ये दोनों ही दिग्गज एक ही पार्टी कांग्रेस में हैं, लेकिन ये भी सच है कि ये दोनों दिग्गज भले एक दल में, लेकिन इनकी आपसी लड़ाई कम हुई हो इसकी संभावना कम ही है. क्योंकि दोनों के बयानों में यह साफ जाहिर होता रहा है.

इन दो दिग्गजों में एक पूर्व सांसद फुरकान अंसारी और दूसरे पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव हैं. फुरकान गोड्डा लोकसभा सीट से 2004 में चुनाव जीत चुके हैं. वहीं प्रदीप यादव लगातार पांच बार पोड़ैयाहाट के विधायक और 2002 का उपचुनाव जीत कर एक बार सांसद रह चुके हैं, लेकिन 2009 में निशिकांत दुबे जब भाजपा से टिकट लेकर चुनावी मैदान उतरे तो कांग्रेस के फुरकान अंसारी और झाविमो से प्रदीप यादव चुनावी अखाड़े में थे.

2009 का चुनाव परिणाम

  • निशिकांत दुबे (भाजपा)189526
  • फुरकान अंसारी (कांग्रेस)183119
  • प्रदीप यादव (झाविमो)176926

2014 का चुनाव परिणाम

  • निशिकांत दुबे (भाजपा) 380000
  • फुरकान अंसारी (कांग्रेस) 319818
  • प्रदीप यादव (झाविमो)193506

2019 चुनाव परिणाम

  • निशिकांत दुबे (भाजपा) 637610
  • प्रदीप यादव (झाविमो) 453383

2019 के चुनाव में गठबंधन के तहत झाविमो के खाते में आई थी गोड्डा सीट

हालांकि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और झाविमो गठबंधन के तहत चुनावी मैदान में थे. इस कारण झाविमो को गोड्डा सीट मिली थी और प्रदीप यादव चुनाव लड़े थे. उस दौरान दोनों की आपसी खींचतान और भीतराघात लोगों के सामने आया था. 2019 में फुरकान अंसारी कहीं भी प्रचार का हिस्सा नहीं बने और परिणाम फिर एक बार निशिकांत दुबे के पक्ष में गया.

फुरकान के बयान पर निशिकांत ने ली चुटकी

इधर फुरकान अंसारी का एक बयान इन दिनों काफी चर्चा में है. जिसमें फुरकान अंसारी ने कहा है कि कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार प्रदीप यादव, दीपिका पांडेय और बदल पत्रलेख हार जाएंगे सिर्फ वही इस सीट पर जीत सकते हैं. फुरकान के इस बयान पर निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया पर कमेंट करते हुए तारीफ करते हुए लिखा कि फुरकान अनुभवी नेता हैं और वे सही कह रहे हैं.

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संथाल के पहले बीजेपी सांसद ने किया पीएम मोदी की प्रचंड जीत का दावा, गोड्डा के लिए कही ये बात

Video Explainer: गोड्डा लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी ने चौथी बार निशिकांत पर जताया भरोसा, जानिए क्या है इस सीट का इतिहास

गोड्डा से चौथी बार बीजेपी सांसद बन निशिकांत दुबे के पास रिकॉर्ड बनाने का मौका, भाजपा के इस नेता को छोड़ेंगे पीछे

गोड्डाः भाजपा के प्रत्याशी निशिकांत दुबे गोड्डा लोकसभा सीट से लगातार चौथी बार चुनावी मैदान में हैं. निशिकांत वर्ष 2009, 2014 और 2019 में लोकसभा का चुनाव गोड्डा सीट से जीत चुके हैं, लेकिन निशिकांत की हर एक जीत के पीछे दो पूर्व सांसद दो दिग्गज की आपसी लड़ाई मुख्य वजह रही है. सबसे दिलचस्प बात यह है कि पहली दफा ये दोनों ही दिग्गज एक ही पार्टी कांग्रेस में हैं, लेकिन ये भी सच है कि ये दोनों दिग्गज भले एक दल में, लेकिन इनकी आपसी लड़ाई कम हुई हो इसकी संभावना कम ही है. क्योंकि दोनों के बयानों में यह साफ जाहिर होता रहा है.

इन दो दिग्गजों में एक पूर्व सांसद फुरकान अंसारी और दूसरे पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव हैं. फुरकान गोड्डा लोकसभा सीट से 2004 में चुनाव जीत चुके हैं. वहीं प्रदीप यादव लगातार पांच बार पोड़ैयाहाट के विधायक और 2002 का उपचुनाव जीत कर एक बार सांसद रह चुके हैं, लेकिन 2009 में निशिकांत दुबे जब भाजपा से टिकट लेकर चुनावी मैदान उतरे तो कांग्रेस के फुरकान अंसारी और झाविमो से प्रदीप यादव चुनावी अखाड़े में थे.

2009 का चुनाव परिणाम

  • निशिकांत दुबे (भाजपा)189526
  • फुरकान अंसारी (कांग्रेस)183119
  • प्रदीप यादव (झाविमो)176926

2014 का चुनाव परिणाम

  • निशिकांत दुबे (भाजपा) 380000
  • फुरकान अंसारी (कांग्रेस) 319818
  • प्रदीप यादव (झाविमो)193506

2019 चुनाव परिणाम

  • निशिकांत दुबे (भाजपा) 637610
  • प्रदीप यादव (झाविमो) 453383

2019 के चुनाव में गठबंधन के तहत झाविमो के खाते में आई थी गोड्डा सीट

हालांकि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और झाविमो गठबंधन के तहत चुनावी मैदान में थे. इस कारण झाविमो को गोड्डा सीट मिली थी और प्रदीप यादव चुनाव लड़े थे. उस दौरान दोनों की आपसी खींचतान और भीतराघात लोगों के सामने आया था. 2019 में फुरकान अंसारी कहीं भी प्रचार का हिस्सा नहीं बने और परिणाम फिर एक बार निशिकांत दुबे के पक्ष में गया.

फुरकान के बयान पर निशिकांत ने ली चुटकी

इधर फुरकान अंसारी का एक बयान इन दिनों काफी चर्चा में है. जिसमें फुरकान अंसारी ने कहा है कि कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार प्रदीप यादव, दीपिका पांडेय और बदल पत्रलेख हार जाएंगे सिर्फ वही इस सीट पर जीत सकते हैं. फुरकान के इस बयान पर निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया पर कमेंट करते हुए तारीफ करते हुए लिखा कि फुरकान अनुभवी नेता हैं और वे सही कह रहे हैं.

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