सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी में दारोगा और सीओ के बीच मारपीट का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब दारोगा ने एक महिला सीओ को हवालात में बंद कर दिया है. महिला सीओ रो-रोकर थानेदार से छोड़ने की मांग कर रही है. इस घटना के बाद बिहार के सीओ संघ ने थाना प्रभारी पर फोरन कार्रवाई की मांग की है. जब तक कार्रवाई नहीं होती, वे भूमि विवाद से जुड़े जनता दरबार में शामिल नहीं होंगे.
एक हफ्ता पहले हुई थी मारपीट: दरअसल, परिहार थाने में बीते हफ्ते शराब नष्ट करने के दौरान सीओ मोनी कुमारी और थाना प्रभारी राजकुमार गौतम के बीच बहस हो गई. यह बहस हाथापाई में बदल गई. थाना प्रभारी ने सीओ को थप्पड़ मारा, जबकि सीओ ने थाना प्रभारी को चप्पलों से पीटा. इसके बाद DM रिची पांडे और SP मनोज कुमार तिवारी को परिहार थाना पहुंचकर मामले को शांत कराना पड़ा.
सीओ संघ ने जताई नाराजगी: सीओ संघ ने मांग की है कि थाना प्रभारी राजकुमार गौतम पर तत्काल कार्रवाई की जाए. संघ ने यह भी मांग की है कि जब तक थाना प्रभारी पर कार्रवाई नहीं होती, तब तक बिहार के किसी भी थाने में भूमि विवाद से संबंधित जनता दरबार में कोई भी सीओ शामिल नहीं होगा.
एसडीओ और सदर डीएसपी कर रहे हैं जांच: वीडियो में महिला सीओ मोनी कुमारी एक महिला सिपाही से रोते हुए कह रही है कि उन्हें बंद किया गया है. क्या इसकी लिखित शिकायत है और नहीं है तो उन्हें क्यों एक कमरे में बंद कर दिया गया. वहीं महिला सिपाही बोल रही है कि थानाध्यक्ष के कहने पर उन्हें एक कमरे में बंद किया गया है और उन्हीं के आदेश के बाद उन्हें छोड़ दिया जाएगा. वहीं एसएसपी मनोज कुमार तिवारी ने कहा कि मामले की जांच सदर एसडीओ और सदर डीएसपी कर रहे हैं.
"मामले की जांच का जिम्मा सदर एसडीओ संजीव कुमार और सदर डीएसपी राम कृष्ण को दी गई है. जांच के बाद ही पता चलेगा कि मामले में दोषी कौन है?. इस मामले में जो भी दोषी होंगे उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी." -मनोज कुमार तिवारी, एसएसपी,सीतामढ़ी
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