रायपुर: होली के दो दिनों के बाद यानी 27 मार्च के दिन ''होली भाई दूज'' का त्योहार मनाया जाता है. हिंदू व्रत और त्योहारों में होली भाई दूज का बहुत महत्व है. हिंदू पंचांग के मुताबिक साल में दो बार भाई दूज का त्योहार बहनें मनाती हैं. त्योहार मुख्य रुप से भाई की लंबी आयु और उसकी सुख समृद्धि के लिए मनाया जाता है. साल का पहला भाई दूज होली के बाद होता है और दूसरा दीपावली के बाद चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है. बहनें इस दिन भाई को रक्षा सूत्र बांधती हैं. होली भाई दूज की द्वितीया तिथि की शुरुआत 26 मार्च से शुरु हो जाएगी.
''होली भाई दूज'' का त्योहार: महामाया मंदिर के पुजारी पंडित मनोज शुक्ला ने बताया कि "होली पर्व के दूसरे दिन द्वितीया तिथि को मनाए जाने वाला पर्व को होली भाई दूज के नाम से जाना जाता है. यह प्राचीन परंपरा और प्रथा भाई और बहन के विशेष स्नेह और प्रेम का त्यौहार है. भाई दूज का पर्व इसलिए भी मनाया जाता है कि भाई अपनी बहन की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहे. भाई दूज पर्व के दौरान भाई अपने बहन से मिल सके इसलिए भी भाई दूज के इस पर्व को मनाया जाता है. प्राचीन परंपरा और प्रथा के अनुसार बड़े बुजुर्ग और ऋषि मुनियों ने इस तरह से पर्व की शुरुआत की है. होली भाई दूज का पर्व 27 मार्च बुधवार के दिन मनाया जाएगा."
हिंदू पंचांग के अनुसार कौन सा है शुभ मुहूर्त: हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि की शुरुआत 26 मार्च 2024 को दोपहर 2:55 से होगी और इसका समापन 27 मार्च 2024 को शाम 5:06 पर होगा. ऐसे में साल 2024 में मार्च के महीने में होली भाई दूज का पर्व 27 मार्च 2024 बुधवार को मनाया जाएगा. होली भाई दूज के मुहूर्त की बात करें तो 27 मार्च की सुबह 10:54 से दोपहर 12:27 तक रहेगा. इसके बाद दूसरा मुहूर्त 27 मार्च की दोपहर 3:31 से लेकर शाम 5:04 तक रहेगा.
त्योहार की कैसे करें तैयारी: 27 मार्च को मनाए जाने वाले होली भाई दूज पर्व के दिन भाई-बहन स्नान आदि करने के बाद साफ कपड़े पहनेंं. एक कटोरी में केसर और लाल चंदन लेकर तिलक बनाएं. इसके बाद जगत के पालनहार भगवान विष्णु जी के चरणों पर तिलक लगाकर भगवान गणेश जी को भी भोग लगाएं. भोग अर्पित करने के बाद भाई उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुंह करके बैठ जाएं. इसके बाद उसे तिलक लगाने के साथ ही कुछ मीठा खिलाए. इसके बाद भाई बहन के पैर का स्पर्श करते हुए उपहार के तौर पर अपनी बहन को कुछ उपहार भेंट करें.
27 मार्च को मनाया जाएगा होली भाई दूज का पर्व, जानिए त्योहार का महत्व और मुहूर्त - Festival of Holi Bhai Dooj
होली के दो दिन बाद ''होली भाई दूज'' का त्योहार मनाया जाता है. होली भाई दूज के दिन बहनें अपने भईया को तिलक लगाकर उनकी आरती उतारती हैं. होली भाई दूज का क्या है खास महत्व और कौन सा है शुभ मुहूर्त जानिए.
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Mar 27, 2024, 4:33 AM IST
|Updated : Mar 27, 2024, 5:01 AM IST
रायपुर: होली के दो दिनों के बाद यानी 27 मार्च के दिन ''होली भाई दूज'' का त्योहार मनाया जाता है. हिंदू व्रत और त्योहारों में होली भाई दूज का बहुत महत्व है. हिंदू पंचांग के मुताबिक साल में दो बार भाई दूज का त्योहार बहनें मनाती हैं. त्योहार मुख्य रुप से भाई की लंबी आयु और उसकी सुख समृद्धि के लिए मनाया जाता है. साल का पहला भाई दूज होली के बाद होता है और दूसरा दीपावली के बाद चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है. बहनें इस दिन भाई को रक्षा सूत्र बांधती हैं. होली भाई दूज की द्वितीया तिथि की शुरुआत 26 मार्च से शुरु हो जाएगी.
''होली भाई दूज'' का त्योहार: महामाया मंदिर के पुजारी पंडित मनोज शुक्ला ने बताया कि "होली पर्व के दूसरे दिन द्वितीया तिथि को मनाए जाने वाला पर्व को होली भाई दूज के नाम से जाना जाता है. यह प्राचीन परंपरा और प्रथा भाई और बहन के विशेष स्नेह और प्रेम का त्यौहार है. भाई दूज का पर्व इसलिए भी मनाया जाता है कि भाई अपनी बहन की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहे. भाई दूज पर्व के दौरान भाई अपने बहन से मिल सके इसलिए भी भाई दूज के इस पर्व को मनाया जाता है. प्राचीन परंपरा और प्रथा के अनुसार बड़े बुजुर्ग और ऋषि मुनियों ने इस तरह से पर्व की शुरुआत की है. होली भाई दूज का पर्व 27 मार्च बुधवार के दिन मनाया जाएगा."
हिंदू पंचांग के अनुसार कौन सा है शुभ मुहूर्त: हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि की शुरुआत 26 मार्च 2024 को दोपहर 2:55 से होगी और इसका समापन 27 मार्च 2024 को शाम 5:06 पर होगा. ऐसे में साल 2024 में मार्च के महीने में होली भाई दूज का पर्व 27 मार्च 2024 बुधवार को मनाया जाएगा. होली भाई दूज के मुहूर्त की बात करें तो 27 मार्च की सुबह 10:54 से दोपहर 12:27 तक रहेगा. इसके बाद दूसरा मुहूर्त 27 मार्च की दोपहर 3:31 से लेकर शाम 5:04 तक रहेगा.
त्योहार की कैसे करें तैयारी: 27 मार्च को मनाए जाने वाले होली भाई दूज पर्व के दिन भाई-बहन स्नान आदि करने के बाद साफ कपड़े पहनेंं. एक कटोरी में केसर और लाल चंदन लेकर तिलक बनाएं. इसके बाद जगत के पालनहार भगवान विष्णु जी के चरणों पर तिलक लगाकर भगवान गणेश जी को भी भोग लगाएं. भोग अर्पित करने के बाद भाई उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुंह करके बैठ जाएं. इसके बाद उसे तिलक लगाने के साथ ही कुछ मीठा खिलाए. इसके बाद भाई बहन के पैर का स्पर्श करते हुए उपहार के तौर पर अपनी बहन को कुछ उपहार भेंट करें.