लखनऊ: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर शुक्रवार को लखनऊ के ऐशबाग रेलवे स्टेशन से एक मालगाड़ी रवाना होगी. वैसे तो ये मालगाड़ी सामान्य ही होगी लेकिन इसके क्रू विशेष होंगे. इस मालगाड़ी का पूरा क्रू महिलाओं का होगा. इसमें पायलट से लेकर ट्रेन मैनेजर तक महिलाएं होंगी.
इतना ही नहीं इस मालगाड़ी को हरी झंडी भी महिला अधिकारी ही दिखाएंगी. पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के जनसंपर्क अधिकारी महेश गुप्ता ने बताया कि ऐशबाग से जाने वाली ट्रेन की पूरी कमान आधी आबादी के हाथ में होगी. ऐशबाग से चलकर यह मालगाड़ी गोंडा तक जाएगी.
इसका स्वागत बादशाहनगर रेलवे स्टेशन पर भी किया जाएगा, जहां पर पूर्वोत्तर रेलवे की वीमन वेलफेयर आर्गनाइजेशन की प्रेसीडेंट रूबी राय मौजूद रहेंगी. इसके अलावा पूर्वोत्तर रेलवे के डीआरएम आदित्य कुमार समेत सभी अफसर मौजूद रहेंगे.
महिला दिवस के मौके पर पूर्वोत्तर रेलवे हर जोन में कुछ विशेष कर रहा है. इसके तहत पूर्वोत्तर रेलवे के सबसे बड़े जंक्शन गोरखपुर में शुक्रवार को आरआरआई (रूट रिले इंटरलॉकिंग) की कमान सिर्फ महिलाएं सभांलेंगी. उस दिन चलने वाली सभी 175 ट्रेनें इन्हीं महिलाओं के हाथों में रहेंगी.
ट्रेन के लिए प्वाइंट बनाने से लेकर उसे रास्ता दिखाने और लाइन क्लीयर करने तक की पूरी जिम्मेदारी इन्हीं महिला क्रू के हाथ रहेगी. इसके अलावा एक ट्रेन में चालक दल से लेकर गार्ड और टीटीई सभी महिला ही रहेंगी. महिला दिवस पर पूर्वोत्तर रेलवे का महिलाओं को सम्मान देने का ये प्लान है.
उत्तर रेलवे ने कबाड़ बिक्री में बनाया नया रिकॉर्ड: उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधुरी ने बताया कि उत्तर रेलवे ने स्क्रैप बिक्री में एक नया रिकॉर्ड बना दिया है. उत्तर रेलवे ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में 514 करोड़ 6 लाख रुपए का कबाड़ बेचकर लाभ कमाया.
ये सालाना बिक्री लक्ष्य 500 करोड़ रुपए से ज्यादा रहा. स्क्रैप से जहां राजस्व अर्जित हो रहा है, वहीं रेलवे परिसरों को साफ-सुथरा बनाए रखने में भी मदद मिल रही है. रेल पटरियों के टुकड़े, स्लीपर, टाई बार स्क्रैप को एकत्रित कर इसकी बिक्री से संरक्षा बढ़ाने में भी सहायता मिलती है.
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