लखनऊ : राजधानी के गोमती नगर विस्तार थाना क्षेत्र निवासी महिला जज को बूंदी के लड्डू खाना महंगा पड़ गया. महिला जज, उनकी बहन तथा नौकरानी लड्डू खाने के कारण गंभीर रूप से बीमार पड़ गए. महिला जज तीन दिन तक अस्पताल में भर्ती रहीं. अब भी उनका इलाज चल रहा है. महिला जज ने मिठाई दुकानदार तथा संबंधित कर्मचारी के खिलाफ गोमती नगर थाने में दूषित मिठाई बेचने का मुकदमा दर्ज कराया है.
सीबीआई फास्ट ट्रैक कोर्ट में एडीजे कुमारी मंजुला सरकार ने बताया कि बीती 31 जुलाई को उन्होंने गोमती नगर की मशहूर मिठाई की दुकान नीलकंठ से बूंदी के लड्डू के साथ अन्य खाने की सामग्री खरीदी थी. बूंदी के लड्डू उन्होंने अपनी बहन मधुलिका तथा घर में काम करने वाली नौकरानी अनीता को भी खिलाए. लड्डू खाते ही सभी के पेट में दर्द शुरू हो गया. सोचा कि मामूली दर्द है, अपने आप सही हो जाएगा. जब अगले दिन न्यायालय पहुंचीं तो तबीयत ज्यादा खराब हो गई और बेहोश हो गईं. न्यायालय के कर्मचारियों ने अस्पताल पहुंचाया.
लड्डू खाने की कीमत चुकानी पड़ी 62000 : महिला जज की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें अस्पताल में एडमिट कराया गया. लगभग तीन दिन तक इलाज चला. जज ने बताया कि इस दौरान अस्पताल में लगभग 62000 रुपये का बिल भरना पड़ा. लड्डू खाने के कारण बहन मधुलिका तथा नौकरानी को भी गंभीर गैस्ट्रोएंट्रिक इंफेक्शन हो गया.
दुकान मालिक और कर्मचारियों पर मुकदमा : महिला जज ने बताया कि लड्डू खाने के कारण जानलेवा संक्रमण होने से उनकी तबीयत अत्यधिक खराब हो गई. जिससे उनका जीवन संकट में पड़ गया. उपरोक्त घटना को देखते हुए जज ने नीलकंठ मिठाई की दुकान के मालिक तथा संबंधित कर्मचारियों के विरुद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराई है. गोमती नगर थाना प्रभारी राजेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि एडीजे कुमारी मंजुला सरकार ने मिठाई दुकान के मालिक तथा कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया है. मामले की जांच पड़ताल की जा रही है.