नई दिल्ली/नोएडा: एक महिला ने थाना सेक्टर-63 में उसके साझेदार भाईयों व कुछ कर्मचारियों के खिलाफ धोखाधड़ी और छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कराया है. मुकदमा न्यायालय के आदेश पर दर्ज हुआ है. नामजद आरोपियों से पूछताछ करने के बाद पुलिस ने आगे की कार्रवाई की बात कही है. साथ महिला ने कंपनी के कुछ कर्मचारियों पर छेड़छाड़ का भी आरोप लगाया है. पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है.
महिला ने बताया कि वह कंपनी में 2005 से बतौर निदेशक के पद पर कार्यरत है और कंपनी में उसकी हिस्सेदारी 47.5 प्रतिशत शेयर की है. आरोप है कि कंपनी के दूसरे साझेदार सुगम बठला और उनके भाई मधुर बठला ने मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर कंपनी को हड़पने का प्रयास किया. उन्होंने फर्जी तरीके से कंपनी का मालिकाना हक बताते हुए फर्जी खाता खोलकर दूसरे तल पर एक किराएदार को रखा. जब शिकायतकर्ता ने दोनों से अपनी हिस्सेदारी मांगी तो इनकार करने के साथ उन्होंने गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी.
इतना ही नहीं, इसमें कर्मचारियों की मिलीभगत की बात भी सामने आई है. अज्ञात कर्मचारियों को भी महिला ने प्रार्थनापत्र में आरोपी बताया है. यही नहीं 24 मई 2023 को पीड़िता ने जब कंपनी के कर्मचारियों से पूछताछ की, तो आरोपियों ने उनके साथ धक्का-मुक्की की. साथ ही मारपीट व छेड़छाड़ भी की गई. घटना के बाद महिला ने मामले की शिकायत स्थानीय पुलिस से की पर कोई सुनवाई नहीं हुई. ऐसे में महिला ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया, जिसके बाद न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया. पुलिस ने कहा है कि जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्यवाई की जाएगी.
डिलिवरी ब्वॉय सामान और पैसे लेकर फरार: वहीं एक अन्य घटना में डिलिवरी ब्वॉय पैसे और सामान लेकर फरार हो गया. एक कंपनी के सिक्योरिटी मैनेजर ने डिलिवरी ब्वॉय पर यह आरोप लगाते हुए सेक्टर-63 में सोमवार को मुकदमा दर्ज कराया है. पुलिस ने आरोपी को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. शिकायत में बुलंदशहर के सिकंदराबाद निवासी वसीम खान ने बताया कि बिहार के सुपौल का निवासी शकील अख्तर उनकी कंपनी में डिलिवरी ब्वॉय का काम करता था. बीते 30 मार्च को वह डिलिवरी का 74 हजार 576 रुपये का सामान लेकर ग्राहकों को देने के लिए निकला.
यह भी पढ़ें- 3 साल पहले AIIMS अस्पताल से फरार हुए अपराधी को क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार, अदालत ने घोषित किया था भगोड़ा
इस दौरान एक कैश ऑन डिलीवरी पेमेंट वाले ग्राहक से उसने 14878 रुपये खाते में ट्रांसफर करा लिए. साथ ही बचा हुआ सामान सेंटर में जमा कराने के बजाय उसे भी अपने साथ लेकर चला गया. ढाई महीने से ज्यादा का समय हो गया, लेकिन वह वापस नहीं आया है. और तो और उसने मोबाइल नंबर भी बंद कर रखा है. जांच में यह बात भी सामने आई है कि शकील ने दो अन्य ग्राहकों से पैसा अपने खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर कराया है. आरोपी को पकड़ने के लिए एक टीम गठित की गई है, जो विभिन्न ठिकानों पर दबिश दे रही है.
यह भी पढ़ें- 'फादर्स डे' पर पिता ही बना बेटी का कातिल, कंझावला में युवती की हत्या के मामले में खुलासा