बाड़मेर. जिले में फाल्ट रेक्टीफिकेशन टीम (एफआरटी) में कार्यरत एक युवक की करंट लगने से मौत होने का मामला सामने आया है. परिजनों का आरोप है कि जीएसएस ठेकेदार की ओर से सेफ्टी किट नहीं होने की वजह से यह हादसा हुआ है. हादसे के बाद मृतक के परिजन और ग्रामीण अस्पताल पहुंचे, जहां मोर्चरी के बाहर आर्थिक मुआवजा सहित अन्य मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.
दरअसल, धोरीमन्ना थाना क्षेत्र के दुधु गांव में एफआरटी टीम में कार्यरत एक युवक विद्युत लाइनों को ठीक करते समय करंट की चपेट में आ गया. इस हादसे में उसकी मौत हो गई. इसके बाद मृतक के शव को धोरीमन्ना अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया. मृतक के परिजन ने बताया कि जसराज पुत्र हुकमा राम एफआरटी में निजी कंपनी के तहत खुमे की बेरी जीएसएस पर कार्यरत था. एक दिन पहले आए आंधी तूफान की वजह से विद्युत लाइन क्षतिग्रस्त हो गई थी. इन क्षतिग्रस्त विद्युत की लाइनों को ठीक करने के लिए जसराज गया था. वहीं, परिजनों ने आरोप लगाया कि जीएसएस के ठेकेदार की लापरवाही की वजह से यह हादसा हुआ है.
इसे भी पढ़ें - हादसों का अमंगल'वार'..मेहंदीपुर बालाजी दर्शन करने जा रहे श्रद्धालुओं की कार दुर्घटनाग्रस्त, 9 घायल - Accident IN Dholpur
वहीं, सेफ्टी किट नहीं होने की वजह से बुधवार देर शाम जसराज को करंट लग गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई. उन्होंने कहा कि कंपनी के ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करने के साथ ही पीड़ित परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी, आर्थिक मुआवजा दिया जाए. साथ ही ग्रामीणों ने भी साफ कर दिया है कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होंगी, तब तक शव नहीं लेंगे. धोरीमन्ना थानाधिकारी माणकराम ने बताया कि करंट लगने से एफआरटी टीम में कार्यरत एक युवक की मौत हो गई है. मृतक के शव को धोरीमन्ना उप जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है. मृतक के परिजन और ग्रामीण अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं. पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं. साथ ही धरने पर बैठे लोगों से वार्ता के प्रयास किए जा रहे हैं.