धमतरी : छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में एक हैरतअंगेज मामला सामने आया है. जहां संपत्ति की लालच में दो बेटों ने अपने बुजुर्ग पिता को मौत के घाट उतार दिया.यही नहीं आरोपियों ने अपने पिता का अंतिम संस्कार भी कर दिया.इस केस में हैरान करने वाली बात ये है कि दोनों ही बेटे आपस में दोस्त हैं.जिन्होंने एक ही तरीके से अपने-अपने पिता की हत्या करवा दी. पहले लोगों ने इन हत्याओं को सामान्य मौत समझा.लेकिन जांच में ये बात सामने आई कि संपत्ति के लिए दोनों ने अपने पिता की सांसें छीन ली.
क्या है मामला ?: धमतरी के कुरुद थाना क्षेत्र के सिवनीकला का युवक पूनम चंद पटेल अपनी बुरी लतों के कारण कर्जे में डूबा था. उसने अपने पिता से पैतृक संपत्ति बेचने को कहा. लेकिन पिता फिरता पटेल जिनकी उम्र 80 वर्ष थी उन्होंने संपत्ति को बेचने से इनकार किया.इसी बीच बेटे ने अपने तीन दोस्तों को 70 हजार की सुपारी दे दी.तीनों दोस्तों ने 6 मार्च की रात फिरता पटेल की गला घोंटकर हत्या कर दी. बुजुर्ग फिरता की मौत को लोगों ने सामान्य समझा और उसका रीति रिवाज से अंतिम संस्कार कर दिया.
कैसे खुला राज ?: इस हत्याकांड का राज कभी ना खुलता,यदि शराब ना होती.जी हां शराब पीने की लत के कारण आज सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं.दरअसल चार दोस्तों में से एक को शराब पीने की लत थी.उसने इसी बीच खूब शराब पी और लोगों के सामने अपने दिल में दफन गहरे राज को उगल दिया.इस राज को दूसरे शराबियों ने सुना और धीरे से सूचना पुलिस तक पहुंच गई.इस मामले में आरोपी पकड़े ना जाते यदि शव ना मिलता.क्योंकि एक शव को दफनाया गया था जबकि दूसरे को जलाया गया था. पुलिस ने दफन शव को खोदकर निकाला और फिर फॉरेंसिक टीम को भेजा.जिसमें हत्या की पुष्टि हुई.
'' कुरूद पुलिस को सूचना मिली कि दो व्यक्तियों की हत्या करके साक्ष्य को मिटाने उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया है. अभी तक जो स्पष्ट हुआ है इसमें चार लोगों ने मिलकर के दो अलग-अलग घटनाओं में बेटों ने पैसे की लालच में अपने पिता की हत्या करने के बाद उनका अंतिम संस्कार कर दिया. मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने तफ्तीश की इसके बाद सबूत इकट्ठा करके आरोपियों को गिरफ्तार किया.'' आंजनेय वार्ष्णेय, एसपी धमतरी
इस केस में संपत्ति के लालच में दो दोस्तों ने आपस में मिलकर एक दूसरे के पिता की हत्या की.लेकिन वो भूल गए कि जिस हत्या को वो छिपाना चाहते हैं,उसका राज उन्हीं के शराबी दोस्त खोल सकते हैं.यदि आरोपियों के अन्य दोस्त शराब नहीं पीते तो शायद ही इस हत्या के राज से पर्दा उठ पाता.भले ही शराब बुरी है,लेकिन इस केस में हत्यारों को सजा दिलाने के लिए इस बार वो अपना काम कर गई.