हजारीबागः जिले में डबल मर्डर की घटना घटी है. यह घटना इचाक थाना क्षेत्र की. हत्याकांड को अंजाम दिया है एक बाप ने, वो भी चंद पैसों की खातिर. पुलिसिया जांच में यह बात सामने आई है. एक बाप ने केवल दहेज के लिए अपने बेटे और होने वाली बहू की हत्या करवा दी. पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल सभी लोगों को पकड़ लिया है.
दरअसल कुछ दिन पहले ईटीवी भारत ने एक खबर प्रकाशित की थी, जिसमें हजारीबाग के इचाक स्थित परासी श्मशान घाट में अज्ञात शख्स का शव जलाने की बात कही गई थी. इस घटना को गांव के लोग काफी सहमे हुए थे. हर कोई यह जानने की कोशिश कर रहा था कि आखिर किसने और किसका शव जलाया, क्योंकि गांव में किसी की मौत नहीं हुई थी.
परासी गांव के लोगों ने इसे लेकर अपने स्तर से जांच भी की थी, लेकिन किसी को यह पता नहीं था कि किसने गुपचुप तरीके से शव जलाया है. पुलिस ने भी शव जलाने की बात कही थी, जांच करने की बात भी कही थी. आखिरकर पुलिसिया जांच में यह बात सामने आई कि यह शव राहुल कुमार और पूजा यादव के थे. पुलिस की जांच आगे बढ़ी और जो खुलासे हुए वो दिल दहलाने वाले हैं.
राहुल कुमार और पूजा यादव दोनों की हत्या राहुल के पिता ने कराई. उसके लिए 6 लाख की सुपारी दी थी. हत्या के बाद शव को छुपाने के लिए देर रात गुपचुप तरीके से अंतिम संस्कार भी कर दिया. इचाक थाना क्षेत्र के इस दोहरे हत्याकांड में शामिल 6 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. हत्या में इस्तेमाल किए गए सारे सामान भी बरामद कर लिए गए .हैं.
हजारीबाग एसपी अरविंद कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि इचाक निवासी ईश्वर प्रसाद मेहता और उसके छोटे बेटे ने मिलकर बड़े पुत्र और होने वाली बहू की हत्या की साजिश रची थी और पूरा मामला दहेज से जुड़ा हुआ था. मृतक राहुल कुमार और उसकी पत्नी पूजा यादव की हत्या को लेकर उसके पिता ईश्वर प्रसाद मेहता अपने छोटे पुत्र बबलू कुमार मेहता के साथ मिलकर 6 महीने से योजना बना रहे थे.
एसपी ने बताया कि पूछताछ में ईश्वर प्रसाद मेहता ने बताया कि बड़े बेटे राहुल को पढ़ने के लिए बाहर भेजा था. वह दिल्ली में आईएएस की तैयारी कर रहा था. पूजा यादव भी वहीं यूपीएससी की तैयारी कर रही थी. दोनों में संबंध बना दोनों लिव इन रिलेशनशिप में कुछ दिन रहे. फिर वो इचाक आकर कोचिंग सेंटर चला रहे थे. इस दौरान पिता ने दहेज में मोटी रकम लेने का सपना देखा था जो टूट गया. इसी गुस्से में अपने छोटे पुत्र के साथ मिलकर उसकी हत्या की योजना बनाई.
हत्याकांड को अंजाम देने के लिए छोटे पुत्र के दोस्त इचाक थाना क्षेत्र के परासी निवासी आशीष पांडेय से संपर्क किया. उसे दोनों की हत्या के लिए 6 लाख की सुपारी दी. जिसमें 2 लाख रुपए एडवांस किया. आशीष पांडे ने अपने ग्रुप के तीन लोगों से संपर्क किया. जिसमें कटकमदाग थाना क्षेत्र के बॉबी कुमार, इचाक के परासी निवासी विक्की कुमार और गिरिडीह जिला के बोरो गांव निवासी सोनू कुमार सिंह को शामिल किया.
योजनाबद्ध तरीके से 15 जून को शाम में पिता ईश्वर प्रसाद मेहता के साथ सभी लोग घटना को अंजाम देने के लिए राहुल कुमार के इचाक स्थित आवास पर पहुंचे, जहां पिता बाहर निगरानी कर रहा था. सीढ़ी से चढ़ने के दौरान पहले पूजा यादव के ऊपर चाकू से सोनू कुमार सिन्हा ने हमला किया. पूजा की मौत वहीं पर हो गई. उसके बाद बॉबी कुमार ने राहुल के ऊपर चाकू से हमला किया. जब पहले बार में उसकी मौत नहीं हुई तो राहुल के छोटा भाई बबलू ने लगातार चाकू से गोद कर उसकी हत्या कर दी.
हत्या के एक दिन पूर्व ही दोनों को जलाने के लिए लकड़ी की व्यवस्था कर ली गई थी. दोनों की लाश को श्मशान घाट तक ले जाने के लिए निजी कार का उपयोग किया गया. हत्या के दौरान शोर नहीं मचा सके और खून का बहाव अधिक नहीं हो इसको लेकर गार्दन में तौलिया लपेट दिया गया था. उस तौलिया को हत्या करने के बाद तिलैया डैम में फेंका गया. जहां से पुलिस ने तोलिया बरामद कर लिया है.
एसपी ने बताया कि मृतक राहुल कुमार के छोटे भाई बबलू मेहता का आपराधिक इतिहास रहा है. वही बॉबी कुमार के विरुद्ध भी दो आपराधिक मामले कटकमदाग और मांडू में दर्ज हैं. मृतका पूजा यादव के परिजनों ने कहा कि उनकी दो बेटियां हैं. सोचा था कि बड़ी बेटी की शादी कर लूं फिर सामाजिक बाधा नहीं रहेगी और छोटी बेटी की धूमधाम से शादी करेंगे, लेकिन सब खत्म हो गया.
गिरफ्तार आरोपियों में राहुल कुमार के पिता ईश्वर प्रसाद मेहता, छोटा भाई बबलू मेहता, सुपारी किलर आशीष पांडेय, उसके सहयोगी बॉबी कुमार, विकी कुमार, सोनू कुमार सिंह शामिल हैं.
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