प्रयागराज: फादर्स डे पर जिले के नैनी में दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है. आर्थिक तंगी से परेशान पिता ने अपने बेटे को आखिरी खत लिखा. अपनी परेशानियों और हताशा को बताते हुए पिता ने लिखा- 'अब मेरे पास न कुछ कहने को है, न सहने को है. जिंदगी से हार गया बेटा'. इसके बाद पिता ने खुदकुशी कर ली. पुलिस की फिलहाल की छानबीन में आर्थिक दिक्कतों का पता चला है, हालांकि घर के लोग कुछ नहीं बता सके हैं. इस घटना और पिता के सुसाइड नोट के बारे में सुनकर इलाके में हर कोई सन्न है.
पत्नी और बेटा गए थे नानाी के घर
नैनी इंस्पेक्टर यशपाल सिंह ने बताया कि चकरघुनाथ नैनी के रहने वाले संजय सक्सेना एनजीओ चलाते थे. पत्नी अनामिका हाउसवाइफ हैं. शनिवार को पत्नी और इकलौता बेटा नानी के घर गए थे. घर पर संजय अकेले थे. इसी दौरान संजय ने खुदकुशी कर ली. रविवार सुबह पत्नी और बेटा जब नानी के घर से लौटे तो संजय को मृत देख दोनों बेहोश हो गए. जब आसपास के लोगों को पता चला तो पुलिस को सूचना दी. पुलिस को शव के पास से सुसाइड नोट मिला है.
सुसाइड नोट में निराशा और दर्द
संजय के पास से जो सुसाइड नोट मिला है, उसमें निराशा और दर्द ऐसा समाया है कि जिसने भी पढ़ा, आंखों से आंसू छलक पड़े. लिखा है- 'बेटा मैं अपनी परेशानियों से हार चुका हूं. तुमको इस तरह से परेशान नहीं देख सकता, इसलिए मैं आत्महत्या कर रहा हूं. अब बेटा, मेरे पास कुछ कहने को है न, कुछ सहने को है. मैं जिंदगी से हार गया हूं. तुम और अनामिका अपना ध्यान रखना. अब सहने की क्षमता नहीं रह गई. कोई कार्यक्रम मत करना, बस ऐसे ही कहीं फेंक देना. मेरा अंतिम संस्कार मत करना. लव यू बेटा.
आर्थिक तंगी की बात आई सामने
फिलहाल परिवार में इस बात को लेकर कोई बोलने को तैयार नहीं है, लेकिन पुलिस को आसपास के लोगों से जानकारी मिली कि इस समय संजय के पास कोई काम नहीं था. इसलिए हमेसा परेशान दिखाई देते थे. फिलहाल पुलिस ने शव कब्जे में कर पोस्टमार्टम कराया है. अन्य पहलुओं पर जांच कर रही है, लेकिन इस पूरी घटना से पूरे इलाके में मातम छाया है.