भोपाल। नए नियम के मुताबिक जिन फास्टैग में बैंक खाते का नंबर, आधार कार्ड और वाहन का नंबर अपडेट नहीं होगा, वह 1 फरवरी से ब्लॉक कर दिए जाएंगे. इसके साथ ही एक वाहन के लिए सिर्फ एक कार्ड ही एक्टिव रहेगा. यही नहीं, एक बैंक खाते पर सिर्फ एक फास्टैग ही चल सकेगा. परिवहन विभाग के मुताबिक केवायसी प्रक्रिया बेहद आसान है, इसे कराने के बाद टोल प्लाजा पर परेशान नहीं होना पड़ेगा.
अब वाहन चालक की पहचान आसान
परिवहन विभाग द्वारा पहले जो फास्टैग जारी किए गए थे, उन्हें आधार नंबर और वाहन नंबर से नहीं जोड़ा गया था. सिर्फ इन फास्टैग को बैंक से जोड़ा गया था. लेकिन एक ही बैंक अकाउंट पर कई वाहन रजिस्टर्ड होने से कई बार टोल प्लाजा पर विवाद की स्थिति बन रही थी. इसके अलावा आपराधिक गतिविधियों की जांच के दौरान यह पता लगाना भी मुश्किल हो रहा था कि टोल प्लाजा से गुजरने वाली गाड़ी और उसके चालक की पहचान क्या है. इसको देखते हुए अब फास्टैग को आधार कार्ड से जोड़ा जा रहा है. राजधानी भोपाल में ही 5 लाख से ज्यादा फास्टैग कार्ड हैं, जबकि चार पहिया वाहनों की संख्या करीबन 7 लाख हैं.
सिर्फ 1 मिनट में फास्टैग का केवायसी
फास्टैग का केवायसी अपडेट कराना बेहद आसान है. इसे मिनटों में घर बैठे किया जा सकता है. इसके लिए अपने मोबाइल पर कार्ड को स्कैन करें. इसके बाद इस पर अपना आधार कार्ड, बैंक खाता नंबर और वाहन नंबर डाल दें. इसके बाद आपके बैंक द्वारा आपके फास्टैग को केवायसी अपडेट कर दिया जाएगा. यदि आपका फास्टैग ब्लॉक हो गया है तब भी मोबाइल से ही घर बैठे से अनब्लॉक किया जा सकता है. परिवहन विभाग द्वारा फास्टैग के लिए गाइडलाइन निर्धारित की है.
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एक वाहन के लिए सिर्फ एक कार्ड
इसमें प्रावधान किया गया है कि एक वाहन के लिए सिर्फ एक कार्ड ही एक्टिव रह सकेगा. कार्ड खराब होने पर आप संबंधित बैक से इसका स्टीगर बदलवा सकते हैं. कार्ड रिचार्ज करने के लिए मोबाइल बॉलेट एप का उपयोग किया जा सकता है. लेकिन एक फास्टैग से दूसरे फास्टैग में पैसे ट्रांसफर नहीं किए जा सकेंगे. यदि आपका कार्ड ब्लॉक हो गया, तो उसमें बाकी राशि भी लैप्स हो जाएगी.