फर्रुखाबाद : बढ़ते प्रदूषण और इससे होने वाली बीमारियों ने एक मैकेनिक को इस कदर परेशान किया कि उसने अनोखी इलेक्ट्रिक बाइक बना डाली. दावा है कि कबाड़ और कुछ नए पार्ट मिलाकर बनाई गई यह इलेक्ट्रिक बाइक करीब 9 रुपये के खर्च पर 50 किमी तक चलती है. यह बैक भी हो जाती है. 16 साल पुरानी इस पेट्रोल बाइक को मैकेनिक ने पूरी तरह से ईवी (electric vehicle) में बदल दिया है. बाइक को बनाने में महज 30 से 35 हजार रुपये का ही खर्च आया है.
इस तरह आया आइडिया : जिले के रहने वाले श्रीकांत व्यवसायी होने के साथ मैकेनिक भी हैं. वह आटा चक्की चलाने के साथ ही बाइक की मरम्मत भी करते हैं. ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने बताया कि उनके पास 16 साल पुरानी पेट्रोल से चलनी वाली बाइक थी. एक बार वह रोड पर निकले तो देखा कि उनके आगे जा रही एक पुरानी बाइक काफी धुआं दे रही थी. इस पर उन्हें ध्यान आया कि उनकी बाइक से भी प्रदूषण होता होगा. प्रदूषण से कई बीमारियां भी फैलती हैं. इस पर उनके दिमाग में बाइक को पूरी तरह से इलेक्ट्रिक बनाने का आइडिया आया.
कबाड़ से जुटाई जरूरी चीजें : उन्होंने कबाड़ से कुछ सामान लिया. इसके बाद कुछ पार्ट ऑनलाइन ऑर्डर करके मंगवा लिए. इसके बाद कुछ बड़े मैकेनिक से सीखा और सलाह भी ली. फिर काम शुरू किया. 10 से 15 दिन की कड़ी मेहनत और ट्रायल के बाद उन्होंने पेट्रोल बाइक को पूरी तरह से इलेक्ट्रिक बाइक में बदल दिया. मैकेनिक का दावा है कि बाइक आसानी से बैक भी हो जाती है. इसमें चेन भी नहीं लगी है. श्रीकांत ने बताया कि पेट्रोल इंजन निकाल उसकी जगह पर 60 बोल्ट की एक बैटरी (30 हजार एमएच) की रख दी. व्हील में 1000 वाट का हब मोटर लगा दिया.
फुल चार्ज करने पर खर्च होती है डेढ़ यूनिट बिजली : मैकेनिक दावा है कि एक बार बैटरी को चार्ज करने में करीब डेढ़ यूनिट बिजली खर्च होती है. इसके हिसाब से करीब 9 रुपये का खर्च आता है. एक बार फुल चार्ज होने के बाद बाइक 50 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से करीब 50 किमी तक चलती है. बैटरी को बाइक के पीछे लगा देने पर इसे पेट्रोल और बैटरी दोनों से चलाया जा सकता है. श्रीकांत का कहना है कि पेट्रोल से चलने वाली बाइक 1 लीटर पेट्रोल में 50 से 60 किमी तक जाती हैं. इसका खर्च करीब 108 रुपये तक आता है. ऐसे में उनकी बनाई बाइक काफी किफायती है.
मैकेनिक का दावा है कि अगर मोटर साइकिल पर वजन ज्यादा लदा हुआ है तो भी बाइक आगे बढ़ती चली जाती है. दो लोग आराम से सामान समेत बैठ सकते हैं. इसका मेंटीनेंस भी न के बराबर है. पेट्रोल बाइक में दो से 4 हजार किलोमीटर चलन के बाद करीब हजार रुपये का खर्च आता है. खास बात यह है कि इससे कोई प्रदूषण भी नहीं होता है. यह ज्यादा आवाज भी नहीं करती है. श्रीकांत ने बताया कि नई पेट्रोल और इलेक्ट्रिक बाइकें काफी महंगी आ रहीं है. ऐसे में जिनके पास पुरानी और बेकार बाइकें पड़ी हैं, वे उसे ईवी में आसानी से कनवर्ट करा सकते हैं. पुरानी मोटरसाइकिल वाले कुछ लोग उनके पास जानकारी के लिए भी आ रहे हैं.
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