फर्रुखाबाद : राजेपुर थानाक्षेत्र के एक गांव में किसान के घर के सामने कूड़ेदान बनवाने की तैयारी है. बुधवार को तहसीलदार समेत अन्य लोग जमीन की पैमाइश के लिए पहुंचे थे. किसान नेता ने जबरन कूड़ेदान बनवाने का आरोप लगाकर हंगामा कर दिया. इसके बाद आत्महत्या की कोशिश की. किसान नेता को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अस्पताल में भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के कई कार्यकर्ता भी पहुंच गए. उन्होंने ग्राम प्रधान व तहसीलदार पर कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी.
राजेपुर थानाक्षेत्र के गांव कमालुद्दीनपुर निवासी नीता पांडे ने बताया कि ग्राम प्रधान उनके घर के सामने कूड़ेदान बनवाना चाहती हैं. वह और उनके पति कहते हैं कि जमीन ग्राम समाज की है, जबकि गांव के अन्य लोगों के पास भी इस तरह की जमीनें हैं. विरोध करने पर ग्राम प्रधान ने तहसीलदार अमृतपुर कर्मवीर यादव और कानूनगो को बुलवाकर पैमाइश करानी शुरू कर दी. उनके पति किसान यूनियन से भी जुड़े हैं. वे इसका विरोध करने लगे.
जब लोग नहीं माने तो पति ने तहसीलदार, कानूनगो आदि की मौजूदगी में आत्महत्या की कोशिश की. इससे उनकी हालत बिगड़ गई. उन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल लाया गया है. वहां भारतीय किसान यूनियन टिकैत के नेता मौके भी पहुंच गए. भारतीय किसान यूनियन टिकैत के वरिष्ठ मंडल उपाध्यक्ष प्रभा कांत ने बताया कि रामनारायण पांडे टिकैत गुट के पदाधिकारी हैं. उनके साथ ग्राम प्रधान और तहसीलदार ने ज्यादती की है. इनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. अन्यथा संगठन की तरफ से आंदोलन किया जाएगा.
लोहिया अस्पताल के चिकित्सक डॉ. अमरनाथ ने बताया कि राजेपुर सीएचसी से एक व्यक्ति को लोहिया अस्पताल लाया गया था. उसने आत्महत्या की कोशिश की थी. बीपी व पल्स ठीक थी लेकिन ऑक्सीजन कम हो रही थी. उनका उपचार किया, उसके बाद थोड़ी स्थिति सुधरी. यहां से उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया.
वहीं एसडीएम रविंद्र सिंह ने बताया कि तहसीलदार मौके पर समझौता कराने गए थे. इस दौरान किसान ने अपने घर जाकर आत्महत्या की कोशिश की. पूरे मामले की जांच कराई जा रही है.
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