कानपुर: यूपी के किसानों के फल और सब्जी जापान के बाजारों तक पहुंचेंगी. पहली बार शहर के चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि (सीएसए विवि) में जापान के विशेषज्ञों द्वारा एक ऐसा पॉलीहाउस बनाया जा रहा है, जिसमें यूपी के किसान खासतौर से चेरी टोमैटो को तैयार किये जाएंगे.
जापान के बाजारों में इस फल की बहुत अधिक डिमांड है और यह भरपूर पोषक तत्वों से युक्त है. इसे आने वाले समय में जापान भेजा जाएगा. इसका मकसद किसानों की आमदनी को बढ़ाना है. सीएसए विवि में दिसंबर के अंत तक पॉलीहाउस बनकर तैयार हो जाएगा.
पहली बार हाइड्रोजल फिल्म फार्मिंग विधि से होगी खेती, 105 किसानों का चयन: सीएसए विवि के शोध निदेशक डा.पीके सिंह ने बताया कि यूनाइटेड नेशनल इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट आर्गेनाइजेशन (यूनेडो) की ओर से ट्रांसफर आफ ट्रेनिंग कार्यक्रम के तहत कुछ दिनों पहले उनका व सीएसए विवि के वैज्ञानिक डा. राजीव कुमार का जापान दौरा पूरा हुआ था. जापान में उन्होंने हाइड्रोजल फिल्म फार्मिंग विधि से खेती की प्रक्रिया को जाना और फसलों का उत्पादन देखा.
तभी तय हुआ, कि जापान सरकार और सीएसए विवि अब साथ मिलकर काम करेंगे. जापान में चेरी टोमैटो की बहुत अधिक मांग को देखते हुए पहले चरण में इसी फसल को तैयार करने पर सभी राजी हुए. अब सीएसए विवि की ओर से पहले चरण में खेती के लिए 105 किसानों (प्रोग्रेसिव फॉर्मर्स) को चयनित कर लिया गया है.
2700 येन प्रति किलो तक है चेरी टोमैटो का भाव: सीएसए विवि के शोध निदेशक डा.पीके सिंह ने बताया कि जापान में चेरी टोमैटो का भाव 2700 येन प्रति किलोग्राम तक है. उन्होंने कहा, जब यूपी के किसान इसे अच्छी मात्रा में उगाएंगे तो उन्हें सीधे अच्छा खासा मुनाफा मिलेगा. उन्होंने बताया कि किसानों की मदद के लिए जापान के विशेषज्ञ पूरी तरह से तैयार हैं. पहले चरण में किसानों को चेरी टोमैटो के बीज जापान से मिलेंगे. हाइड्रोजल फिल्म फार्मिंग में किसानों को थोड़े से पानी में ही पूरी फसल तैयार करने का मौका मिलेगा, मिट्टी का उपयोग न के बराबर होगा.
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