कोरबा : छत्तीसगढ़ में अच्छे मानसून के कारण इस साल धान के बंपर पैदावार की उम्मीद है.कोरबा जिले के किसानों को बड़ा मुनाफा होने की संभावना है. लेकिन कुछ गांवों के किसान थोड़े परेशान हैं.क्योंकि बेमौसम बारिश के कारण किसानों की फसल खराब हुई है.जिसने किसानों की उम्मीद कमजोर की है.क्योंकि बेमौसम बारिश के कारण कई जगहों पर धान की फसल प्रभावित हुई है.
अच्छी बारिश से पैदावार अच्छी, कुछ कीड़े भी लगे : गांव गोढ़ी के किसान मुन्ना कहते हैं कि इस वर्ष बरसात अच्छी हुई है. जिससे धान की पैदावार काफी अच्छी है. धान की बालियां फूट चुकी है. लेकिन कुछ दिन पहले जो बारिश हुई थी, उससे बाली आने के पहले धान के फूल झड़ गए हैं. कुछ नुकसान भी हुआ है. लेकिन पिछले साल के तुलना में फिर भी धान की पैदावार अच्छी है.
पिछले साल जितना धान का उत्पादन किया था. इस साल उससे बेहतर उत्पादन की उम्मीद है. धान के खेत काफी अच्छे हैं. बेमौसम बरसात होने से कुछ नुकसान भी हुआ है. फसल में कीड़े आ गए हैं, लेकिन उनके लिए दवा का छिड़काव भी किया है. उम्मीद है कि इस बार बेहतर पैदावार होगी- फिरत दास महंत,किसान
पैदावार के साथ नुकसान का आकलन : जिला कृषि अधिकारी डीपीएस कंवर का कहना है कि इस बार मानसून अच्छी रही, जिसके कारण किसान के खेत में धान की फसल भी अच्छी हुई है. हालांकि बेमौसम बरसात के कारण कुछ किसान नुकसान भी झेल रहे हैं.
हम इसका आकलन भी कर रहे हैं. ग्रामीण कृषि विकास अधिकारियों को फसल नुकसानी का आकलन करने के लिए मैदानी क्षेत्र का दौरा करने को भी कहा गया है- डीपीएस कंवर, कृषि अधिकारी
पंजीकृत किसानों की संख्या में भी इजाफा : इस साल प्रदेश सरकार ने किसानों को 3100 रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य देने की घोषणा की है. जिसके कारण धान बेचने के लिए पंजीयन करने वाले किसानों की संख्या में भी इजाफा हुआ है. कोरबा जिले में पिछले वर्ष पंजीकृत किसानों की संख्या 45000 के आसपास थी. जो इस वर्ष बढ़कर 56000 हो चुकी है. धान बेचने वाले किसानों की संख्या बढ़ी है. जिससे धान के एवज में सरकार को समर्थन मूल्य के तौर पर अधिक राशि किसानों के खातों में डालनी होगी.