अंबाला: किसान आंदोलन पार्ट- 2 का असर अब पूरे प्रदेश पर पड़ने लगा है. मुख्य मार्ग बंद होने से हर वर्ग के लोगों को परेशानी हो रही है. अब इस आंदोलन का असर जनता की जेब पर भी पड़ने लग गया है. अंबाला कपड़ा मार्केट के व्यापारी भी व्यापार न चलने की वजह से परेशान हो गए हैं. व्यापारियों का कहना है की रोजाना उन्हें लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है. ऑनलाइन पेमेंट नहीं चल रही और रास्ते बंद होने की वजह से पंजाब हिमाचल और हरियाणा के कई जिलों से ग्राहक नहीं आ पा रहे हैं.
आंदोलन से अंबाला कपड़ा मार्केट के व्यापारी परेशान: एमएसपी गारंटी कानून, स्वामीनाथन रिपोर्ट पूर्ण लागू की जाए समेत कई मांगों को लेकर 13 फरवरी से अंबाला के पास लगते शंभू बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन जारी है. किसान आंदोलन को देखते हुए टोल का रास्ता पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है, इसका खामियाजा जनता भुगत रही है. इस आंदोलन का असर अब हर वर्ग पर देखने को मिल रहा है. अंबाला शहर से एशिया की सबसे बड़ी कपड़ा मार्केट के व्यापारी भी व्यापार न होने की वजह से परेशान हो गए हैंं.
कपड़ा व्यापारियों को रोजाना लाखों रुपए का नुकसान: दरअसल कपड़ा मार्केट में ज्यादातर ग्राहक पंजाब, हिमाचल और हरियाणा के अन्य जिलों से आते है. रास्ते बंद होने की वजह से भी ग्राहक कपड़ा मार्केट नहीं आ पा रहे हैं. ऐसे में व्यापारियों को रोजाना लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है.
क्या है कपड़ा व्यापारियों की मांग?: इस बारे में जब व्यापारियों से बात की तो उन्होंने बताया कि उन्हें इन दोनों भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है, रास्ते बंद होने की वजह से ना नया माल आ रहा है और ना ही ग्राहक आ रहे हैं. उन्होंने सरकार से अपील की है कि किसानों की जायज मांगों को पूरा कर इस आंदोलन को जल्द खत्म करवाया जाए.
ये भी पढ़ें: दिल्ली के रास्ते बंद करने पर बीजेपी सांसद ने उठाए सवाल, कहा- 250 किलोमीटर दूर किसान, फिर दिल्ली सील क्यों ?
ये भी पढ़ें: किसान संगठनों ने ठुकराया सरकार का प्रस्ताव, जारी रहेगा आंदोलन, ये बताई वजह