अंबाला: अंबाला शंभू बॉर्डर पर शुक्रवार को किसानों और पुलिस के बीच काफी देर तक संघर्ष देखने को मिला. इस बीच पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज भी किया. कई किसान पुलिस के हमले में घायल भी हुए. किसानों का उग्र रूप देख पुलिस ने आंसू गैस भी छोड़े. हालांकि किसान अपनी मांग पर अड़े रहे. अंबाला शंभू बॉर्डर पर कल माहौल काफी खराब था. हालांकि आज अंबाला शंभू बॉर्डर शांत है. जगह-जगह पुलिस प्रशासन तैनात हैं.
लोगों ने की सरकार से खास अपील: किसानों के आंदोलन के दौरान शुक्रवार को किसान और पुलिस में हुए संघर्ष में 6 किसान घायल हुए थे. आज अंबाला शंभू बॉर्डर का माहौल काफी शांत है. पुलिस प्रशासन यहां पूरी मुस्तैदी के साथ अपनी ड्यूटी कर रहा है. वहीं, पंजाब और जम्मू कश्मीर की ओर जाने वाले लोगों को रास्ता बंद होने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोग सरकार से अपील कर रहे है कि किसानों से बात करके रस्ते को खोला जाए, ताकि लोगों को परेशानी न हो. इसके साथ ही जो लोग बॉर्डर के आसपास से गुजर रहे हैं. उनका कहना है कि कल का माहौल कुछ और था. हालांकि आज का माहौल काफी शांत है. पुलिस भी ड्यूटी पर तैनात है.
11 फरवरी से बंद है बॉर्डर: जानकारी के मुताबिक किसानों ने 13 फरवरी को दिल्ली कूच करने की तैयारी की थी. इस बीच 11 फरवरी को ही हरियाणा पुलिस ने शंभू बॉर्डर को बंद कर दिया गया था. तब से आज तक दिल्ली अमृतसर हाइवे बंद है, जिसके चलते पंजाब और जम्मू कश्मीर जाने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. 6 दिसंबर को किसानों ने एक बार फिर से दिल्ली कूच करने की कोशिश की. हालांकि पुलिस और किसानों के बीच घंटों संघर्ष के बाद भी किसानों को सफलता नहीं मिली. किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया. इस दौरान 6 किसान घायल हो गए. घायलों का अस्पताल में इलाज जारी है.
किसानों ने सरकार को दिया एक दिन का समय: इस बीच किसान नेताओं ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता कर सरकार को एक दिन का समय दिया था. हालांकि अब तक किसानों और पुलिस के बीच बातचीत नहीं हुई है. ऐसे में अगर रविवार से पहले किसानों और सरकार की आपस में बातचीत नहीं हुई तो वापस किसानों के आंदोलन करने की संभावना है.
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