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मार्गदर्शन और मेहनत का कमाल, बंजर भूमि पर उगे स्ट्रॉबेरी के फूल!

Cultivation of strawberry on barren land in Latehar. कहते हैं किसान जब मेहनत और शिद्दत के साथ कुदाल चलाता है तो वो जमीन सोना उगलता है. कुछ ऐसा ही कर दिखाया है, लातेहार में किसानों ने. जहां उन्होंने बंजर जमीन पर स्ट्रॉबेरी की खेती कर एक नयी मिसाल पेश की है.

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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jan 28, 2024, 10:56 AM IST

Farmers cultivated strawberries on barren land in Latehar
लातेहार में किसानों ने बंजर जमीन पर स्ट्रॉबेरी की खेती की
लातेहार में बंजर भूमि पर स्ट्रॉबेरी की खेती कर किसानों ने मिसाल पेश की

लातेहारः अगर सरकारी अधिकारी अपने काम के प्रति जिम्मेदार और ईमानदार हों तो सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे तौर पर ग्रामीणों को मिलता है. ग्रामीण जागरूक होकर सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएं तो इसका सकारात्मक प्रभाव भी होता है. ये बातें लातेहार के भुसुर पंचायत में चरितार्थ हो रहा है. जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी विवेक मिश्रा के प्रोत्साहन और सहयोग तथा किसानों की मेहनत के कारण लातेहार में बंजर पड़े जमीन पर स्ट्रॉबेरी के फूल खिल गए हैं.

लातेहार सदर प्रखंड के भुसुर पंचायत में जमीन का बड़ा हिस्सा बंजर पड़ा हुआ था. हालांकि यहां के किसान खेती के प्रति काफी जागरूक हैं. लेकिन संसाधन और मार्गदर्शन के अभाव में यहां के किसान पारंपरिक खेती पर ही निर्भर रहते हैं. लातेहार जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी विवेक मिश्रा ने जब यहां के ग्रामीणों का खेती के प्रति लगाव को देखा तो उन्होंने यहां की बंजर भूमि पर खेती की संभावना को तलाशना आरंभ किया. यहां के युवाओं ने भूमि संरक्षण पदाधिकारी को बताया कि वे लोग बेहतर खेती करना चाहते हैं. भूमि संरक्षण पदाधिकारी के निर्देश के बाद ग्रामीणों ने एक समिति का गठन किया. इस समिति को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना से जोड़ा गया और यहां पारंपरिक खेती से हटकर उन्नत खेती के संबंध में किसानों को बताया गया. जब स्ट्रॉबेरी की खेती के संबंध में समिति के किसानों को जानकारी दी गई तो यहां के किसान स्ट्रॉबेरी की खेती करने की तैयारी करने लगे.

बंजर भूमि में स्ट्रॉबेरी की खेतीः ग्रामीणों ने स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए जालिम कलां गांव के पास बंजर पड़े भूमि का चयन किया. प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत खेत को सबसे पहले सिंचित किया गया, उसके बाद वहां स्ट्रॉबेरी की खेती आरंभ की गई. वर्तमान समय में स्ट्रॉबेरी में फूल आना आरंभ हो गया है. संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही यहां स्ट्रॉबेरी के फल भी आ जाएंगे.

इस संबंध में किसान और समिति के सचिव विक्रम कुमार गुप्ता ने बताया कि यहां के ग्रामीण खेती के प्रति काफी जागरूक हैं लेकिन सुविधा के अभाव में अलग खेती नहीं कर पाते थे. भूमि संरक्षण पदाधिकारी ने ग्रामीणों को उत्साहित किया जिससे गांव में पहली बार स्ट्रॉबेरी की खेती की जा रही है. उन्होंने कहा कि संभावना जताई जा रही है कि किसानों को बेहतर मुनाफा होगा. अगले वर्ष से स्ट्रॉबेरी की खेती को और बढ़ाया जाएगा.

सात पंचायत के 35 गांव में चलाई जा रही योजनाः इस संबंध में जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी विवेक कुमार मिश्रा ने बताया कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत लातेहार के 7 पंचायत के 35 गांव में ग्रामीणों को जागरूक कर आधुनिक खेती की संभावनाओं को तलाशा जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस कार्य का मुख्य उद्देश्य है कि मृदा और जल संरक्षण हो सके. इसके अलावा ग्रामीणों को आधुनिक खेती से जोड़ा जाए ताकि ग्रामीणों को स्थानीय स्तर पर बेहतर रोजगार मिल सके और उन्हें पलायन न करना पड़े. उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत यहां स्ट्रॉबेरी की खेती की जा रही है. किसानों को विभाग के द्वारा सभी प्रकार की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है. उन्होंने कहा कि यहां के किसानों ने बंजर पड़े जमीन पर स्ट्रॉबेरी की खेती कर एक उदाहरण पेश किया है.

सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने के बाद जिस प्रकार भुसुर पंचायत के किसानों ने बेहतर खेती कर एक उदाहरण प्रस्तुत किया है. इसी प्रकार का जज्बा अन्य गांव के किसान भी दिखाएं तो लातेहार जिला खेती के मामले में आत्मनिर्भर बन सकता है.

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लातेहार में बंजर भूमि पर स्ट्रॉबेरी की खेती कर किसानों ने मिसाल पेश की

लातेहारः अगर सरकारी अधिकारी अपने काम के प्रति जिम्मेदार और ईमानदार हों तो सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे तौर पर ग्रामीणों को मिलता है. ग्रामीण जागरूक होकर सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएं तो इसका सकारात्मक प्रभाव भी होता है. ये बातें लातेहार के भुसुर पंचायत में चरितार्थ हो रहा है. जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी विवेक मिश्रा के प्रोत्साहन और सहयोग तथा किसानों की मेहनत के कारण लातेहार में बंजर पड़े जमीन पर स्ट्रॉबेरी के फूल खिल गए हैं.

लातेहार सदर प्रखंड के भुसुर पंचायत में जमीन का बड़ा हिस्सा बंजर पड़ा हुआ था. हालांकि यहां के किसान खेती के प्रति काफी जागरूक हैं. लेकिन संसाधन और मार्गदर्शन के अभाव में यहां के किसान पारंपरिक खेती पर ही निर्भर रहते हैं. लातेहार जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी विवेक मिश्रा ने जब यहां के ग्रामीणों का खेती के प्रति लगाव को देखा तो उन्होंने यहां की बंजर भूमि पर खेती की संभावना को तलाशना आरंभ किया. यहां के युवाओं ने भूमि संरक्षण पदाधिकारी को बताया कि वे लोग बेहतर खेती करना चाहते हैं. भूमि संरक्षण पदाधिकारी के निर्देश के बाद ग्रामीणों ने एक समिति का गठन किया. इस समिति को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना से जोड़ा गया और यहां पारंपरिक खेती से हटकर उन्नत खेती के संबंध में किसानों को बताया गया. जब स्ट्रॉबेरी की खेती के संबंध में समिति के किसानों को जानकारी दी गई तो यहां के किसान स्ट्रॉबेरी की खेती करने की तैयारी करने लगे.

बंजर भूमि में स्ट्रॉबेरी की खेतीः ग्रामीणों ने स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए जालिम कलां गांव के पास बंजर पड़े भूमि का चयन किया. प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत खेत को सबसे पहले सिंचित किया गया, उसके बाद वहां स्ट्रॉबेरी की खेती आरंभ की गई. वर्तमान समय में स्ट्रॉबेरी में फूल आना आरंभ हो गया है. संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही यहां स्ट्रॉबेरी के फल भी आ जाएंगे.

इस संबंध में किसान और समिति के सचिव विक्रम कुमार गुप्ता ने बताया कि यहां के ग्रामीण खेती के प्रति काफी जागरूक हैं लेकिन सुविधा के अभाव में अलग खेती नहीं कर पाते थे. भूमि संरक्षण पदाधिकारी ने ग्रामीणों को उत्साहित किया जिससे गांव में पहली बार स्ट्रॉबेरी की खेती की जा रही है. उन्होंने कहा कि संभावना जताई जा रही है कि किसानों को बेहतर मुनाफा होगा. अगले वर्ष से स्ट्रॉबेरी की खेती को और बढ़ाया जाएगा.

सात पंचायत के 35 गांव में चलाई जा रही योजनाः इस संबंध में जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी विवेक कुमार मिश्रा ने बताया कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत लातेहार के 7 पंचायत के 35 गांव में ग्रामीणों को जागरूक कर आधुनिक खेती की संभावनाओं को तलाशा जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस कार्य का मुख्य उद्देश्य है कि मृदा और जल संरक्षण हो सके. इसके अलावा ग्रामीणों को आधुनिक खेती से जोड़ा जाए ताकि ग्रामीणों को स्थानीय स्तर पर बेहतर रोजगार मिल सके और उन्हें पलायन न करना पड़े. उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत यहां स्ट्रॉबेरी की खेती की जा रही है. किसानों को विभाग के द्वारा सभी प्रकार की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है. उन्होंने कहा कि यहां के किसानों ने बंजर पड़े जमीन पर स्ट्रॉबेरी की खेती कर एक उदाहरण पेश किया है.

सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने के बाद जिस प्रकार भुसुर पंचायत के किसानों ने बेहतर खेती कर एक उदाहरण प्रस्तुत किया है. इसी प्रकार का जज्बा अन्य गांव के किसान भी दिखाएं तो लातेहार जिला खेती के मामले में आत्मनिर्भर बन सकता है.

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