धौलपुर: आसमानी आफत से सबसे ज्यादा जिले का अन्नदाता बर्बाद हुआ है. चारों तरफ जिले में जलभराव के हालात बन गए हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में अब विरोध के हालात बन गए हैं. खेतों में भरे पानी की निकासी को लेकर गांवों के किसान आमने-सामने हो रहे हैं. ऐसा ही एक मामला रविवार को सैंपऊ थाना इलाके में देखने को मिला है. फसल की तरफ मोड़े गए पानी को लेकर मांकरा और मुरली बसई गांव के किसानों का गुस्सा फूट गया. लाठियां से लैस होकर सैकड़ों किसानों ने सैपऊ बसेड़ी मार्ग स्थित मुरली बसई मोड़ पर जाम लगा दिया.
जानकारी के मुताबिक घड़ी लज्जा, प्रान सुख का नगला एवं फूटा का नगला के किसानों ने लगातार तीन बार बसई मुरली और मांकरा की तरफ जाने वाले रास्ते को काटकर पानी को खेतों में निकाल दिया. जिसकी शिकायत बसई मुरली और मांकरा के किसानों ने स्थानीय पुलिस एवं प्रशासन से की. तहसीलदार राहुल कुमार धाकड़ ने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर जेसीबी मशीन से पानी निकासी को भी बंद कर दिया. लेकिन घड़ी लज्जा, प्रान सुख का नगला एवं फूटा का नगला के किसान नहीं माने और फिर से पानी को फसल में काट दिया. जिससे बसई मुरली एवं मांकरा के किसानों का गुस्सा फूट गया.
दोनों गांव के सैकड़ों की तादाद में किसान लाठी-डंडों से लैस होकर बसई मुरली मोड पर पहुंच गए और सड़क मार्ग पर जाम लगा दिया. जाम लगने की खबर सुनकर तहसीलदार राहुल कुमार धाकड़ पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. प्रशासन ने जाम को खुलवाया, तो किसानों से तकरार हो गई. लाठी-डंडों से लैस होकर किसान पुलिस प्रशासन के सामने खड़े हो गए. किसान और पुलिस प्रशासन में करीब 1 घंटे तक नोंकझोंक देखी गई.
तहसीलदार राहुल कुमार धाकड़ ने किसानों से समझाइश कर मामले को शांत करवाया. विरोध कर रहे किसान घड़ी लज्जा, प्रान सुख का नगला एवं फूट का नगला के आरोपियों को गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. धाकड़ ने बताया कि थाना प्रभारी गंभीर सिंह को साथ लेकर तीन बार पानी को बंद कर दिया था. लेकिन हर बार किसानों ने पानी को बसई मुरली एवं मांकरा के किसानों की फसल में निकाल दिया. जिस वजह से किसानों में आक्रोश देखा गया है. उन्होंने बताया कि फसल में पानी काटने वाले किसानों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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दो युवकों की कर दी धुनाई: घड़ी लज्जा, प्रान सुख का नगला एवं फूटे का नगला के करीब एक दर्जन युवक रविवार को भी फसल में पानी को काटने गए थे. इस दौरान बसई मुरली एवं मांकरा के किसानों को मामले की भनक लग गई और लाठी-डंडों से लैस होकर मौके पर पहुंच गए. जिन्होंने दो युवकों को मौके पर पड़कर धुनाई कर डाली. अन्य लोग मौके से भाग गए.
अधिकांश गांव में बन तकरार के हालात: बारिश से सबसे अधिक नुकसान सैपऊ एवं बसेड़ी उपखंड इलाके में हुआ है. दोनों उपखंड क्षेत्र के गांव में बसे किसान तकरार की स्थिति में आ गए हैं. एक गांव द्वारा दूसरे गांव की फसल में पानी काट दिया जाता है. जिस वजह से तकरार के हालात बन गए हैं. बरसात ने फसल को बुरी तरह से बर्बाद कर दिया है. जिससे किसानों में रोष देखा जा रहा है.