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दिल्ली जाने की जिद पर अड़े किसानों को पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर हिरासत में लिया - Delhi Border sealed

Delhi Farmers Protest: किसानों के दिल्ली कूच को लेकर गाजीपुर बॉर्डर पुलिस छावनी में तब्दील है. गुरुवार दोपहर करीब दो दर्जन किसान गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन सभी को हिरासत में ले लिया.

किसानों को गाजीपुर बॉर्डर पर लिया गया हिरासत में
किसानों को गाजीपुर बॉर्डर पर लिया गया हिरासत में
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Feb 15, 2024, 4:32 PM IST

किसानों को गाजीपुर बॉर्डर पर लिया गया हिरासत में

नई दिल्ली: किसान आंदोलन का आज तीसरा दिन है. गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं. गाजीपुर बॉर्डर पर दिल्ली की ओर से जहां दिल्ली पुलिस के जवान तैनात हैं. वहीं दूसरी तरफ यूपी की ओर यूपी पुलिस और पीएसी तैनात है. ड्रोन के माध्यम से बॉर्डर पर नजर रखी जा रही है. हालांकि, इस बीच गाजीपुर बॉर्डर पर गुरुवार को तकरीबन दो दर्जन किसान पहुंचे.

बॉर्डर पर पहुंचे किसानों ने खुद को भारतीय किसान यूनियन महात्मा टिकैत से होने का दावा किया. दिल्ली मार्च करने पर अड़े किसान तकरीबन 20 मिनट तक गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे रहे. काफी समझाने बुझाने के बाद भी जब नहीं माने तो, पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया. बता दें कि 2 दिन पूर्व भी इसी संगठन से तीन किसान गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे थे. जिन्हें पुलिस ने हिरासत में लिया था.

गाजीपुर बॉर्डर पहुंची किसानों का कहना है कि सरकार ने एमएसपी पर गारंटी कानून बनाने के लिए लिखित आश्वासन दिया था. स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को लागू करने की बात कही गई थी. सरकार की करनी और कथनी में बड़ा अंतर है. राजनीतिक पार्टियों जब विपक्ष में होती हैं तो किसानों के साथ खड़ी दिखाई देती हैं लेकिन जब विपक्ष से सत्ता में आती है तो किसानों के हक के फैसले नहीं लेती.

बता दें कि किसान मार्च के आह्वान के मद्देनज़र दिल्ली यूपी बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था मुस्तैद है. दिल्ली पुलिस के साथ ही गाजियाबाद पुलिस भी अलर्ट है. किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए इंतजाम किया गया है. गाजीपुर बॉर्डर पर कंक्रीट की दीवार खड़ी कर दी गई है.

किसानों को गाजीपुर बॉर्डर पर लिया गया हिरासत में

नई दिल्ली: किसान आंदोलन का आज तीसरा दिन है. गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं. गाजीपुर बॉर्डर पर दिल्ली की ओर से जहां दिल्ली पुलिस के जवान तैनात हैं. वहीं दूसरी तरफ यूपी की ओर यूपी पुलिस और पीएसी तैनात है. ड्रोन के माध्यम से बॉर्डर पर नजर रखी जा रही है. हालांकि, इस बीच गाजीपुर बॉर्डर पर गुरुवार को तकरीबन दो दर्जन किसान पहुंचे.

बॉर्डर पर पहुंचे किसानों ने खुद को भारतीय किसान यूनियन महात्मा टिकैत से होने का दावा किया. दिल्ली मार्च करने पर अड़े किसान तकरीबन 20 मिनट तक गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे रहे. काफी समझाने बुझाने के बाद भी जब नहीं माने तो, पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया. बता दें कि 2 दिन पूर्व भी इसी संगठन से तीन किसान गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे थे. जिन्हें पुलिस ने हिरासत में लिया था.

गाजीपुर बॉर्डर पहुंची किसानों का कहना है कि सरकार ने एमएसपी पर गारंटी कानून बनाने के लिए लिखित आश्वासन दिया था. स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को लागू करने की बात कही गई थी. सरकार की करनी और कथनी में बड़ा अंतर है. राजनीतिक पार्टियों जब विपक्ष में होती हैं तो किसानों के साथ खड़ी दिखाई देती हैं लेकिन जब विपक्ष से सत्ता में आती है तो किसानों के हक के फैसले नहीं लेती.

बता दें कि किसान मार्च के आह्वान के मद्देनज़र दिल्ली यूपी बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था मुस्तैद है. दिल्ली पुलिस के साथ ही गाजियाबाद पुलिस भी अलर्ट है. किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए इंतजाम किया गया है. गाजीपुर बॉर्डर पर कंक्रीट की दीवार खड़ी कर दी गई है.

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