नई दिल्ली/गाजियाबाद: शंभू बॉर्डर पर किसान आंदोलन का सोमवार को छठा दिन है. यह आंदोलन फिर से जोर पकड़ रहा है. इसी बीच किसान नेता राकेश टिकैत ट्रैक्टर से गाजियाबाद पहुंचे जहां दुहाई के भीखनपुर गांव में आयोजित महिला किसान महापंचायत में शामिल हुए. बैठक में एमएसपी समेत किसानों की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा हुई. इस दौरान बड़ी संख्या में महिला किसान भी थे. राकेश टिकैत ने किसान आंदोलन को लेकर क्या कुछ कहा आइए जानते हैं.
इस दौरान राकेश टिकैत ने कहा, "मांग पूरी होने तक आंदोलन लगातार चलता रहेगा. अगर हम किसी को नजर नहीं आ रहे हैं तो यह उनकी समस्या है. यह व्यापारियों की सरकार है. एमएसपी पर बड़ा संघर्ष करना पड़ेगा. हमें नहीं लगता कि सरकार बैठक करेगी.' उन्होंने कहा कि हर जिला मुख्यालय में ट्रैक्टर के साथ प्रदर्शन करने की योजना है. इसके लिए डीएम को ज्ञापन दिया जाएगा. आंदोलन में जो भी किसान मारे गए हैं वह शहीद हुए हैं.
इस आंदोलन के जरिए किसानों ने सरकार के सामने अपनी मांगें रखी हैं. मांगों में सबसे ज्यादा चर्चा न्यूनतम समर्थन मूल्य (Minimum Support Price) की गारंटी और ऋण माफी की है. किसान संगठनों का दावा है कि सरकार ने उनसे एमएसपी की गारंटी पर कानून लाने को लेकर वादा किया था, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो सका.
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पूर्व में 13 महीने तक किसान आंदोलन चला था. Fसमें राकेश टिकैत की निगरानी में गाजीपुर बॉर्डर पर किसान बैठे थे. सरकार ने कई मांगें मानने पर अपनी सहमति जताई थी. इसके बाद किसानों ने आंदोलन को कॉल ऑफ किया था. फिलहाल गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था काफी ज्यादा है, लेकिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान गाजीपुर बॉर्डर पर नहीं पहुंचे हैं.