सहारनपुर: यूपी के जनपद सहारनपुर के थाना गागलहेड़ी इलाके के कर्ज में डूबे किसान ने आत्महत्या कर ली. किसान के बेटे ने बैंक कर्मचारियों पर जबरन वसूली करने समेत अन्य गंभीर आरोप लगाए हैं. किसान की मौत से आहत ग्रामीणों ने थाना गागलहेड़ी में बैंक कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए हंगामा किया है. पुलिस ने किसान के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
थाना गागलहेड़ी इलाके के गांव रसूलपुर पापड़ेकी में बैंक के कर्ज में डूबे किसान ने आत्महत्या कर ली. किसान ने एक बैंक से लोन लिया हुआ था. पिछले साल हुई अत्याधिक बारिश के चलते उसकी फसल बर्बाद हो गई थी, जिससे बेबस किसान बैंक का कर्ज नहीं चुका पा रहा था. परिजनों का आरोप है कि मंगलवार को कुछ बैंक कर्मी उनके घर पहुंचे और कर्ज जमा करने का दबाव बनाया.
किसान ने अपनी लाचारी बताते हुए बैंक कर्मियों से कुछ समय मांगा. लेकिन, बैंक कर्मचारियों ने उसकी एक नहीं सुनी और उसके साथ अभद्रता की. घसीटते हुए कार तक ले गए, जिससे आहत होकर किसान ने आत्मघाती कदम उठा लिया. घटना की सूचना मिलते ही थाना पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है.
परिजनों ने बताया कि 50 वर्षीय किसान विनोद कुमार ने 2016 में किसान क्रेडिट कार्ड पर 2.80 लाख रुपए का लोन लिया था. किसान की आर्थिक स्थिति ठीक न होने की वजह से वह किस्त नहीं दे पा रहा था.
विनोद के बेटे राजेश कुमार ने बताया कि मंगलवार को बैंक के चार कर्मचारी उनके गांव पहुंचे और जबरदस्ती पिता को गाड़ी में बैठाकर ले जाने लगे. ग्रामीणों ने किसी तरह मामला शांत कराया. परिजनों के मुताबिक इसके बाद से विनोद मानसिक तनाव में आ गया. उसने रात में खाना भी नहीं खाया.
बुधवार सुबह साढ़े पांच बजे विनोद कुमार अपने घर से निकल गया. गांव में ही रामपाल के खेत में जाकर आत्महत्या कर ली. किसान के बेटे ने थाना गागलेहड़ी में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है. एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक का कहना है कि किसान की आत्महत्या का मामला संज्ञान में आया है. मामले की जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.
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