फरीदाबाद: हरियाणा में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ा हुआ है. सूबे में वोटिंग के लिए बहुत कम समय रह गया है. ऐसे में फरीदाबाद की लोकसभा सीट पर टिकट न मिलने पर मंगलवार को करण सिंह दलाल ने महापंचायत का आयोजन किया. लोकसभा की पहले से टिकट की दावेदारी कर रहे करण सिंह दलाल ने महापंचायत कर कहा कि हमें मजबूर न किया जाए हमें झुकाना आता है और झुकाकर दिखाया भी है. यदि जल्दी सही फैसला नहीं किया गया तो तीन-चार दिनों के भीतर महापंचायत का जो फैसला होगा वो मंजूर होगा.
हरियाणा कांग्रेस में जो पिछले दिनों में चुनाव टिकट का वितरण किया है, उस टिकट वितरण से हमारे इलाके के लोगों के साथ जाती हुई है. पिछले दो सालों में पूरी लोकसभा के लोगों के जो भी मुद्दे थे वो सब हमने उठाए. जबकि हमारी अपनी पार्टी के पूर्व विधायक बीजेपी से मिलकर यहां गैर कानूनी काम करते थे उनका भी हमने सरेआम विरोध किया. उनकी सभाओं में भी हम नहीं गए, क्योंकि वो बीजेपी से मिले हुए लोग हैं. आज पार्टी इसलिए खतरे में है क्योंकि बीजेपी से मिले हुए लोग ही कांग्रेस का नुकसान करना चाहते हैं. कुछ ऐसे लोग हैं जो दिखेंगे तो कांग्रेस के साथ लेकिन उनकी मिलीभगत बीजेपी के साथ होगी. हम तो उम्मीद करते थे कि उन्हें पार्टी से निकाला जाएगा लेकिन उल्टा उन्हीं लोगों को टिकट देकर सम्मानित कर रही है. इसी का विरोध करने के लिए आज महापंचायत का सहारा लिया गया है. करण दलाल, कांग्रेस नेता
करण दलाल ने कहा कि कोई भी राजनीति में आ सकता है. राजनीति विचारधारा की लड़ाई है. उन्होंने कहा कि पिछले दस सालों में किसानों की लड़ाई लड़ी. किसानों की सुनवाई नहीं हो रही थी. घरों में छापे लगाकर बिजली की रेड डाली जा रही थी. जब भी किसी के लिए लड़ाई लड़ने की बात आई तो हमने सभी के हक की लड़ाई लड़ी. उन्होंने कहा कि जो टिकट नहीं मांग रहे थे, कांग्रेस ने उन्हें टिकट दी है. जो लोगों के हक की लड़ाई लड़ रहे थे उन्हें कांग्रेस ने नकारने का काम किया. हमारी शराफत और इंसानियत का फायदा उठाया गया. आज 36 बिरादरी की महापंचायत जो भी फैसला करेगी वो मंजूर होगा.