फरीदाबाद: साइबर ठग लगातार ठगी के नये नये तरीके इजाद करते रहते हैं. साइबर ठगों ने पासपोर्ट डिलीवरी के नाम पर फरीदाबाद के रहने वाले वारिश को लाखों का चूना लगा दिया. फरीदाबाद डीसीपी साइबर सेंट्रल जसलीन कौर के दिशा निर्देश के तहत कार्रवाई करते हुए साइबर थाना सेंट्रल प्रभारी इंस्पेक्टर अमित की टीम ने साइबर ठगी के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
पासपोर्ट डिलीवरी के नाम पर ठगी: पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि "आरोपी अंकित ने फरीदाबाद के रहने वाले एक व्यक्ति के साथ 2.86 लाख रुपए की ठगी की वारदात को अंजाम दिया था. आरोपी अंकित ने पीड़ित वारिश को फोन कर कहा कि उसका पासपोर्ट आने वाला है और पासपोर्ट डिलीवरी के लिए कुछ फीस भेजनी होगी और उसने वारिश को एक क्यूआर कोड भेजकर कुछ पैसे मंगवा लिए और साथ में ही एक लिंक भेज कर उसे लिंक के माध्यम से वारिश के बैंक अकाउंट की सारी डिटेल मंगवा ली". पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह के अनुसार "जानकारी के अभाव में वारिश ने अपने बैंक अकाउंट की डिटेल आरोपी अंकित द्वारा भेजे गए लिंक पर डाल दी जिससे सारी जानकारी अंकित के पास चली गई और उसने वारिश के खाते से पैसे निकाल लिए. पीड़ित को जब अपने साथ हुई धोखाधड़ी के बारे में पता चला तो उसने साइबर थाने में इसकी शिकायत दी जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच शुरू की गई".
तीन साइबर ठग गिरफ्तार: पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि "शिकायत मिलने पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी घनश्याम तथा ऋतिक को 13 फरवरी को गिरफ्तार कर 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया. पुलिस रिमांड के दौरान आरोपियों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर आरोपी अंकित को भी 15 फरवरी को गिरफ्तार किया गया".
ठगी के पैसे से खरीदा आईफोन: पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने जानकारी दी कि "पुलिस जांच में सामने आया कि अंकित और घनश्याम एक ही गांव के रहने वाले हैं. आरोपी अंकित ने फोन करके घनश्याम को कहा कि उसके पास पैसे हैं जिसके लिए उसे एक बैंक खाते की आवश्यकता है. आरोपी घनश्याम ने अपने साथी ऋतिक का बैंक खाता अंकित को दे दिया जिसमें अंकित ने ठगी से पैसे ट्रांसफर करवाए थे. पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी घनश्याम को पैसों में से 10% तथा ऋतिक को 40% पैसे मिले थे जो उन्होंने फिजूलखर्ची में उड़ा दिए वहीं आरोपी अंकित ने इन पैसों से एप्पल आईफोन 15 खरीदा था जो पुलिस द्वारा बरामद कर लिया गया है". पुलिस पूछताछ पूरी होने के बाद आरोपियों को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है.
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