हल्द्वानी: कुमाऊं मंडल में हुई बारिश के बीच हल्द्वानी में बारिश ने कई परिवारों को नुकसान पहुंचाया है. मंगलवार रात और बुधवार को हुई बारिश के चलते घर में मलबा घुसने से खाने-पीने के साथ-साथ अन्य सामान को भी नुकसान पहुंचा है. इसी क्रम में चौफुला में झोपड़ी गिरने से महिला और उसके चार बच्चे उसके नीचे एक घंटे तक दबे रहे. गुहार पर भी मदद नहीं मिलने पर महिला ने बच्चों को झोपड़ी के मलबे से बाहर निकाला और गीले कंबल में बैठकर रात बिताई. हालांकि सुबह सामाजिक कार्यकर्ता ने पीड़ित परिवार को वृद्धाश्रम पहुंचाया.
वार्ड 34 चौफुला चौराहा काली मंदिर निवासी रजनी ने बताया कि वह सभी तख्त पर सोए थे. तभी रात करीब एक बजे झोपड़ी की कच्ची छत गिर गई. बल्ली और अन्य सामान गिरने से दो बेटियां और एक बेटा दब गये, जबकि एक बेटा तख्त के नीचे घुस गया. मदद के लिए आसपास मौजूद घरों के बाहर जाकर शोर करती रही, लेकिन भारी बारिश में कोई आगे नहीं आया. किसी तरह बच्चों को खुद ही बाहर निकाला. वहीं, बताया जा रहा कि महिला के पति की चार साल पहले मौत हो चुकी है. महिला अपने परिवार के पालन पोषण के लिए दूसरों के घरों में काम करती है. महिला ने लोगों से अपनी झोपड़ी बनाने में मदद की गुहार लगाई है.
भारी बारिश का अलर्ट जारी होने के बाद भी नालों से मलबा नहीं निकालने और रकसिया नाले का ऑउटफॉल नहीं बनाने के कारण हल्द्वानी क्षेत्र के करीब 150 घरों में पानी भर गया है. इससे लोगों को करीब 50 लाख रुपये से अधिक का नुकसान उठाना पड़ा. उधर आंवला चौकी गेट के पास पानी भरने से 30 परिवारों के घर छह फीट पानी में डूब गए. जिससे 80 लोगों ने भारी बारिश के बीच फोरलेन हाईवे पर रात गुजारी. फिलहाल आज रुक-रुक कर बारिश हो रही है, लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में और भारी बारिश हो सकती है.
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