बारां.भाजपा नेताओं की ओर से बीते 7 माह के दौरान कांग्रेस नेताओं के खिलाफ दर्ज कराए गए मुकदमों को लेकर गुरुवार को कांग्रेस नेताओं ने चुप्पी तोड़ी. इन नेताओं ने कहा कि ये मुकदमे झूठे हैं और द्वेषतावश दर्ज कराए गए हैं. कांग्रेस नेताओं ने पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया, नगर परिषद के पूर्व सभापति कैलाश पारस व तत्कालीन ईओ रिंकल गुप्ता के खिलाफ नाकोड़ा कॉलोनी स्थित ओसीएफ की भूमि को बेचने से संबंधित मुकदमे को झूठा बताया.
कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामचरण मीणा व पूर्व विधायक पानाचंद मेघवाल ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह हमारे नेताओं को बदनाम करने की साजिश है. उन्होंने कहा कि बीते 7 माह में भाजपा ने विकास का कोई काम तो नहीं किया, उल्टा द्वेषतावश कांग्रेस नेताओं के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज करावाकर कांग्रेस नेताओं को बदनाम किया जा रहा है. उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि अब पानी सिर से ऊपर निकल चुका है. कांग्रेस कार्यकर्ता इतना कमजोर नहीं है. उन्होंने पुलिस को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि पुलिस संविधान के दायरे में रहकर काम नहीं करेगी और बिना जांच पड़ताल हमारे नेताओं के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज करेगी तो कांग्रेस कार्यकर्ता चुप नहीं बैठेगा और ईंट से ईंट बजा देगा.
बिगड़ सकती है कानून व्यवस्था: उन्होंने कहा कि यदि पुलिस प्रशासन अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो आगामी समय में बारां की कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है. इसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी. इस दौरान किशनगंज की पूर्व विधायक निर्मला सहरिया, बारां नगर परिषद सभापति ज्योति पारस, मांगरोल चेयरमैन कौशल सुमन,अंता से चंद्रप्रकाश मीणा, हंसराज उदपुरिया, अटरू प्रधान वंदना नागर, अटरू ब्लॉक अध्यक्ष भारतेंदु सिसोदिया, शाहबाद ब्लॉक अध्यक्ष धर्मेंद्र यादव, महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष बृजेश वर्मा, किशनगंज प्रधान, सभी ब्लॉक अध्यक्ष मौजूद रहे.