सीतामढ़ीः शिक्षा विभाग की आंखों में धूल झोंककर फर्जी तरीके से नौकरी कर रहे एक शिक्षक को गिरफ्तार किया गया है. मामला डुमरा थाना इलाके के बाजपट्टी का है, जहां बायोमेट्रिक सत्यापन के दौरान शिक्षक के फर्जीवाड़े की पोल खुल गयी. आरोपी मोहम्मद सुल्तान अहमद प्राथमिक विद्यालय, मधुबन गोट में उर्दू शिक्षक के रूप में कार्यरत था.
सत्यापन में अलग-अलग फोटो पाई गईंः जानकारी के मुताबिक मधुबनी जिले के फुलपरास थाना क्षेत्र के गधियारी गांव के रहनेवाले मोहम्मद सुल्तान अहमद ने बीएससी से फर्जी तरीके से बाजपट्टी प्रखंड स्कूल में शिक्षक पद पर नियुक्ति प्राप्त की थी. 19 फरवरी को पटना सचिवालय कार्यालय में मोहम्मद सुल्तान अहमद के बायोमेट्रिक सत्यापन के दौरान पता चला कि परीक्षा में शामिल होनेवाले की फोटो और विद्यालय में नियुक्त होने वाले की फोटो अलग-अलग है.
खुली पोल तो हुई गिरफ्तारी: आरोपी का फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद विभागीय आदेश पर स्थापना डीपीओ अमरेंद्र कुमार पाठक ने आरोपी के खिलाफ फर्जी तरीके से बहाल होने का केस दर्ज कराया है. डीपीओ के आवेदन पर डुमरा थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी मोहम्मद सुल्तान अहमद को गिरफ्तार कर लिया.
वेतन की होगी वसूलीः विभागीय सूत्रों ने बताया कि फर्जी तरीके से नियुक्त शिक्षक मोहम्मद सुल्तान अहमद नवंबर 2023 और दिसंबर 2023 का वेतन भी ले चुका है. विभागीय आदेश के बाद उक्त शिक्षक का वेतन भी रोक दिया गया है और भुगतान किए गये वेतन वसूली की कार्रवाई भी शुरू कर दी गयी है. शिक्षक की नियुक्ति कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को पढ़ाने की थी. फिलहाल अधिकारियों की सजगता से शिक्षकों की नियुक्ति में हो रहा फर्जीवाड़ा सामने आ गया है.
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