रांचीः झारखंड में 1.30 लाख रुपये देकर फर्जी तरीके से होमगार्ड जवान बहाल किए जा रहे हैं. विभागीय जांच में खुलासा होने के बाद और धुर्वा थाने में दर्ज शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है.
होमगार्ड कंपनी कमांडर को दिए थे पैसे
गिरफ्तार आसिफ अंसारी के मुताबिक उसने होमगार्ड के कंपनी कमांडर कैलाश यादव को इसके लिए पैसे दिए थे. पैसे मिलते ही साल 2021 में आसिफ अंसारी को फर्जी तरीके से होमगार्ड का आरक्षी बना दिया गया था. इसके लिए ना कोई प्रक्रिया पूरी की गई और ना कोई ट्रेनिंग. इस दौरान आसिफ अंसारी लोकसभा चुनाव 2024 के अलावा राज्य के अलग-अलग जिलों में सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात रहा.
फर्जी तरीके से हुई थी बहाली
जांच में पता चला है कि आसिफ को लापता एक होमगार्ड जवान के आरक्षी नंबर पर फर्जी तरीके से बहाल किया गया था. होमगार्ड के डीजी अनिल पाल्टा ने इसकी पुष्टि की है. उन्होंने ईटीवी भारत को बताया कि उनके आदेश पर विभागीय जांच शुरू हुई थी. अब तक कंपनी कमांडर समेत पांच लोगों की पहचान हो चुकी है. इसमें एक की गिरफ्तारी भी हो गई है.
रैकेट का पता लगाने में जुटी पुलिस
उन्होंने बताया कि इस रैकेट में और कौन-कौन लोग शामिल हैं, उनको चिन्हित करने की कवायद चल रही है. खास बात है कि फर्जी बहाली के बाद से ड्यूटी के बदले आसिफ अंसारी को विभाग द्वारा 2 लाख 59 हजार का भुगतान भी हो चुका है.
अन्य आरोपियों की तलाश जारी
इस खुलासे के बाद से कंपनी कमांडर कैलाश यादव समेत अन्य आरोपियों की तलाश जारी है. फरार चल रहे निसार अंसारी, आसिफ अहमद और जगदेव टोप्पो की गिरफ्तारी के बाद कई और बड़े खुलासे होने की संभावना है. फिलहाल आसिफ अंसारी को जेल भेज दिया गया है.
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