लखनऊ: उत्तर प्रदेश में जालसाज बड़े बड़े कांड करने से भी नहीं चूक रहे. ताजा मामला सामने आया है मंत्री का फर्जी तबादला लेटर के खुलासे का. प्रदेश सरकार के दो मंत्री और विधायकों का फर्जी लेटर पैड बना कर समीक्षा अधिकारी का तबादला कराने को लेकर शासन को भेज दिया गया. मंत्रियों और विधायकों के लेटर पैड में समीक्षा अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए गए थे. जिस पर शासन की ओर से जांच कराई गई तो लेटर पैड फर्जी निकला. जिसके बाद हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है.
सचिवालय प्रशासन के उप सचिव संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि, चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग के समीक्षा अधिकारी अभिषेक कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए उनका तबादला अन्य किसी विभाग में किए जाने को लेकर शासन को वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, श्रम मंत्री मनोहर लाल उर्फ मुन्नू कोरी, विधायक जीएस धर्मेश और विधायक पलटूराम का लेटर पैड भेजा गया था. समीक्षा अधिकारी के खिलाफ लेटर पैड में गंभीर आरोप लगाए गए थे.
संजीव श्रीवास्तव ने कहा कि, शासन के निर्देश पर समीक्षा अधिकारी का तबादला किए जाने को लेकर जिन मंत्रियों और विधायकों का पत्र मिला था. उसने वेरिफाई किया गया तो वित्त मंत्री, श्रम मंत्री और दोनों विधायकों ने उनके लेटर पैड का गलत इस्तमाल किया जाना बताया. साथ ही उन्होंने कहा कि किसी भी समीक्षा अधिकारी के तबादले को लेकर पत्र नहीं लिखा था. जिसके बाद हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है.
वहीं लेटर फर्जीवाड़े पर थाना प्रभारी विक्रम सिंह ने बताया कि, एफआईआर दर्ज कर ली गई है, मंत्रियों और विधायकों के लेटर पैड का गलत इस्तमाल करने वालों की तलाश की जा रही है.
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