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एशिया के सबसे गर्म सूर्यकुंड में लगा मकर संक्रांति मेला, सैकड़ों लोगों ने लगाई डुबकी - BARKATHA OF HAZARIBAG

हजारीबाग के बरकट्ठा में धूमधाम से मकर संक्रांति के अवसर पर मेला का आयोजन किया गया है. 15 दिनों तक यह मेला चलेगा.

fair organized on the occasion of Makar Sankranti in Barkatha of Hazaribag
मकर संक्रांति मेला में केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी और अन्य (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jan 14, 2025, 7:06 PM IST

Updated : Jan 14, 2025, 7:19 PM IST

हजारीबागः जिले के बरकट्ठा प्रखंड में एशिया का सबसे गर्म सूर्यकुंड है. यहां मकर संक्रांति के अवसर पर मेले का आयोजन किया गया है. 15 दिवसीय मेले का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी और स्थानीय विधायक अमित यादव ने सामूहिक रूप से किया. 15 दिवसीय इस मेले में दूसरे राज्य से भी लोग पहुंचते हैं. देवघर श्रावणी मेला के बाद झारखंड का यह दूसरा सबसे बड़ा मेला होता है. यहां लाखों की संख्या में लोग पहुंचते हैं.

उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने लोगों को मकर संक्रांति की ढेर सारी शुभकामनाएं दी. साथ ही उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र को विकसित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा. यह मेला ऐतिहासिक है, जहां झारखंड के अलावा दूसरे राज्यों से भी लोग पहुंचते हैं. उन्होंने कहा क्षेत्र को विकसित करने के लिए संकल्पित है. उन्होंने यह भी कहा की सूर्यकुंड धाम को विकसित करने के लिए सभी वर्गों को सामने आना होगा, तभी होगा विकास. सबसे पहले कमोटी बना कर दे. सिर्फ भवन बन जाए उससे नहीं होगा विकास.

हजारीबाग के बरकट्ठा में मकर संक्रांति मेला (ईटीवी भारत)


मकरसंक्रांति के अवसर पर श्रद्धालुओं ने कुंड में डुबकी लगाकर स्नान किया. लगभग चार बजे सुबह से लोगों का तांता लगा रहा. मान्यता है कि भगवान श्रीराम वनवास के वक्त सुरजकुंड में वास किए थे. माता सीता द्वारा छठ पर्व करने के लिए लक्ष्मण ने अपने वाण से सुरजकुंड की स्थापना की थी. स्थापना काल से लेकर अनवरत गर्म पानी जलस्त्रोत चल रहा है.

वैज्ञानिक धारणा के मुताबिक गंधक की रासायनिक प्रतिक्रिया के चलते पानी गर्म है. लोक आस्था के मुताबिक कुंड में आंवला डालने से संतानोपत्ति की जानकारी प्राप्त होती है. सुरजकुंड, रामकुंड, सीताकुंड, लक्ष्मणकुंड, भरतकुंड सभी कुंडों का तापमान अलग अलग है. कुंड में बराबर स्नान करने व जल सेवन करने से चर्मरोग समेत अपच, गैस, संबधी विकार दूर होता है. सालों भर लोग इसमे स्नान कर रोग मुक्त होते हैं.

हजारीबाग के बरकट्ठा स्थित सूर्यकुंड एशिया का सबसे गर्म कुंड है. इस परिसर में पांच कुंड मौजूद हैं, जिसमें अलग अलग पानी है और उसका तापमान भी अलग अलग रहता है. लेकिन यहां के मुख्य कुंड के पानी का तापमान 88.8 डिग्री रहता है. ठंड के मौसम में भी इस कुंड का प्राकृतिक और सामान्य तापमान 88.8 डिग्री ही रहता है.

हजारीबागः जिले के बरकट्ठा प्रखंड में एशिया का सबसे गर्म सूर्यकुंड है. यहां मकर संक्रांति के अवसर पर मेले का आयोजन किया गया है. 15 दिवसीय मेले का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी और स्थानीय विधायक अमित यादव ने सामूहिक रूप से किया. 15 दिवसीय इस मेले में दूसरे राज्य से भी लोग पहुंचते हैं. देवघर श्रावणी मेला के बाद झारखंड का यह दूसरा सबसे बड़ा मेला होता है. यहां लाखों की संख्या में लोग पहुंचते हैं.

उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने लोगों को मकर संक्रांति की ढेर सारी शुभकामनाएं दी. साथ ही उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र को विकसित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा. यह मेला ऐतिहासिक है, जहां झारखंड के अलावा दूसरे राज्यों से भी लोग पहुंचते हैं. उन्होंने कहा क्षेत्र को विकसित करने के लिए संकल्पित है. उन्होंने यह भी कहा की सूर्यकुंड धाम को विकसित करने के लिए सभी वर्गों को सामने आना होगा, तभी होगा विकास. सबसे पहले कमोटी बना कर दे. सिर्फ भवन बन जाए उससे नहीं होगा विकास.

हजारीबाग के बरकट्ठा में मकर संक्रांति मेला (ईटीवी भारत)


मकरसंक्रांति के अवसर पर श्रद्धालुओं ने कुंड में डुबकी लगाकर स्नान किया. लगभग चार बजे सुबह से लोगों का तांता लगा रहा. मान्यता है कि भगवान श्रीराम वनवास के वक्त सुरजकुंड में वास किए थे. माता सीता द्वारा छठ पर्व करने के लिए लक्ष्मण ने अपने वाण से सुरजकुंड की स्थापना की थी. स्थापना काल से लेकर अनवरत गर्म पानी जलस्त्रोत चल रहा है.

वैज्ञानिक धारणा के मुताबिक गंधक की रासायनिक प्रतिक्रिया के चलते पानी गर्म है. लोक आस्था के मुताबिक कुंड में आंवला डालने से संतानोपत्ति की जानकारी प्राप्त होती है. सुरजकुंड, रामकुंड, सीताकुंड, लक्ष्मणकुंड, भरतकुंड सभी कुंडों का तापमान अलग अलग है. कुंड में बराबर स्नान करने व जल सेवन करने से चर्मरोग समेत अपच, गैस, संबधी विकार दूर होता है. सालों भर लोग इसमे स्नान कर रोग मुक्त होते हैं.

हजारीबाग के बरकट्ठा स्थित सूर्यकुंड एशिया का सबसे गर्म कुंड है. इस परिसर में पांच कुंड मौजूद हैं, जिसमें अलग अलग पानी है और उसका तापमान भी अलग अलग रहता है. लेकिन यहां के मुख्य कुंड के पानी का तापमान 88.8 डिग्री रहता है. ठंड के मौसम में भी इस कुंड का प्राकृतिक और सामान्य तापमान 88.8 डिग्री ही रहता है.

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Last Updated : Jan 14, 2025, 7:19 PM IST
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