जयपुर. राजधानी जयपुर की वैशाली नगर थाना पुलिस ने खनन और शराब ठेकेदारों को धमकी देकर रंगदारी वसूली वाली गैंग का पर्दाफाश किया है. सोमवार को पुलिस ने मामले में 9 आरोपियों को दो अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार किया है. आरोपियों के कब्जे से दो अवैध हथियार और 6 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं.
कुल 9 बदमाशों को गिरफ्तार किया : डीसीपी वेस्ट अमित कुमार के मुताबिक अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में रंगदारी का नेटवर्क चल रहा था. खनन और शराब ठेकेदारों को डरा धमकाकर फिरौती मांगी जाती थी. रंगदारी के मामले में पुलिस ने 9 बदमाशों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से तीन को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया गया है. शराब और खनन ठेकेदारों से डरा धमका कर रंगदारी मांगने के मामले में वैशाली नगर थाना पुलिस ने 6 बदमाशों को गिरफ्तार किया है. वहीं, अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल से रंगदारी के खेल में शामिल तीन बदमाशों को चित्रकूट थाना पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया है. पुलिस की गिरफ्त में आए बदमाशों के खिलाफ पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं.
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देसी कट्टा, जिंदा कारतूस बरामद : आरोपियों से पूछताछ में सामने आया है कि अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल से राजू ठेहट हत्या के मामले में शामिल बदमाशों ने यह टास्क दिया था. पुलिस ने सीकर निवासी विक्रम गुर्जर, जयपुर ग्रामीण निवासी मुकेश जाट, नीमकाथाना निवासी कुलदीप चौधरी, टोंक निवासी सोनू सिंह, सवाई माधोपुर निवासी लोकेश साहू, जयपुर ग्रामीण निवासी गिरधारी मान, सीकर निवासी हंसराज गुर्जर, अजमेर निवासी जय सिंह और अजमेर निवासी कुलदीप वैष्णव को गिरफ्तार किया है. सोनू सिंह को गिरफ्तार करके उसके कब्जे से एक रिवाल्वर, एक देसी कट्टा और 6 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं. आरोपी जयसिंह का काम वाहन उपलब्ध कराने का था. आरोपियो की चिह्नित लोगों और ठिकानों पर फायरिंग करने की योजना थी. पुलिस की ओर से कार्रवाई करके आरोपियों की प्लानिंग को विफल कर दिया गया है.
सभी को बांटा गया था अलग-अलग काम : आरोपी विक्रम गुर्जर मुकेश जाट की ओर से अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल से ही आरोपी सोनू सिंह, लोकेश साहू, गिरधारी मान, हंसराज गुर्जर, जयसिंह, कुलदीप वैष्णव समेत अन्य की ओर से षड्यंत्र रचवाकर चिह्नित किए गए ठेकों और व्यापारियों पर फायरिंग की घटना की जानी थी. षड्यंत्र में आरोपी सोनू सिंह की ओर से हथियारों को इकट्ठा करने का काम था. लोकेश और गिरधारी का नाबालिग लड़के तैयार करने का काम था. साथ ही मोबाइल फोन और फर्जी सिम उपलब्ध करवाने का काम था. जयसिंह की ओर से वाहन उपलब्ध करवाना का काम था.
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चित्रकूट थाना पुलिस के प्रकरण में गिरफ्तार आरोपी मुकेश जाट वर्ष 2020 में हुए अमरसर जयपुर ग्रामीण सरपंच ओमप्रकाश सैनी की हत्या और राजू ठेहट मर्डर मामले में शामिल था. आरोपी कुलदीप चौधरी आनंदपाल का सहयोगी था, जिसने आनंदपाल को न्यायालय पेशी के दौरान भागने में सहायता की थी. कुलदीप चौधरी की ओर से राजू ठेहट के मर्डर की जेल में रहते हुए प्लानिंग की गई थी. इसी के कारण राजू ठेहट मर्डर केस में दो जेल कर्मी योगेश और वीरेंद्र भी गिरफ्तार हुए थे. विक्रम गुर्जर भी राजू ठेहट मर्डर केस का आरोपी है.